मोगा,21 अप्रैल। पंजाब की राजनीति उस समय गरमा गई जब “वारिस पंजाब दे” संगठन के नाम पर वायरल हुई एक वॉट्सऐप चैट सामने आई। इस चैट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, अकाली नेता बिक्रम मजीठिया और केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू पर हमले की साजिश की बातें सामने आईं। मोगा पुलिस ने इस गंभीर मामले में तत्परता दिखाते हुए साइबर थाने में एफआईआर दर्ज की और चार लोगों की पहचान कर दो को राउंडअप कर लिया है।
डीआईजी अश्वनी कपूर ने कहा कि राज्य की अमन-शांति भंग नहीं होने दी जाएगी और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उधर, बिक्रम मजीठिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सांसद अमृतपाल सिंह की पुरानी फोटो मीडिया को दिखाते हुए सवाल उठाए और मुख्यमंत्री भगवंत मान की चुप्पी पर नाराजगी जताई।
मजीठिया ने कहा कि इतने बड़े मामले में सीएम का चुप रहना हैरान करने वाला है, जबकि वे खुद विधानसभा में विपक्ष पर नजर रखने की बात कह चुके हैं। अब सवाल ये है—पंजाब सरकार किस हादसे का इंतजार कर रही है?