यमुनानगर, 14 अप्रैल: संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर हरियाणा को विकास की नई उड़ान मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यमुनानगर से प्रदेश को करीब 10,000 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण परियोजनाओं की सौगात दी।
उन्होंने दीनबंधु छोटूराम थर्मल पावर प्लांट में 800 मेगावाट की तीसरी इकाई का शिलान्यास किया, जिसकी अनुमानित लागत 8469 करोड़ रुपये है। यह इकाई हरियाणा की ऊर्जा क्षमता को 3,382 मेगावाट तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएगी और मार्च 2029 तक वाणिज्यिक संचालन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने 90 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले गोबर-धन संयंत्र का भी शिलान्यास किया, जो यमुनानगर के मुकारबपुर में स्थापित किया जाएगा। यह संयंत्र हर साल 2,600 मीट्रिक टन कम्प्रेस्ड बायोगैस, 10,000 मीट्रिक टन बायो-खाद और 45,000 मीट्रिक टन ठोस कचरे का वैज्ञानिक प्रबंधन करेगा, जिससे 7,700 मीट्रिक टन CO₂ उत्सर्जन में कमी आएगी।
प्रधानमंत्री ने रेवाड़ी में 1069 करोड़ रुपये की लागत से बने रेवाड़ी बाईपास का भी उद्घाटन किया। भारतमाला परियोजना के तहत विकसित यह 14.4 किलोमीटर लंबा चार लेन का बाईपास ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत दिलाएगा और नारनौल व दिल्ली के बीच सुगम यातायात सुनिश्चित करेगा।
इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री, केन्द्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह,कृष्ण पाल, राज्य के वरिष्ठ मंत्रीगण अनिल विज, कृष्ण लाल पंवार और श्याम सिंह राणा भी उपस्थित रहे।
यह समारोह हरियाणा के विकास की नई दिशा और गति का प्रतीक बना। इन परियोजनाओं से न सिर्फ राज्य की आधारभूत संरचना को मजबूती मिलेगी, बल्कि रोजगार, स्वच्छता, पर्यावरण और ऊर्जा के क्षेत्र में भी व्यापक सुधार होंगे।