सोनीपत,10 अप्रैल। हरियाणा के सोनीपत में मौसम ने करवट ली और तेज़ आंधी के साथ आई बारिश ने प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी। बारिश के चलते अनाज मंडी में खुले आसमान के नीचे रखा हजारों क्विंटल गेहूं पूरी तरह भीग गया।
सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात ये रही कि मंडी में अनाज को ढकने के लिए तिरपाल तक की व्यवस्था नहीं थी। नतीजा यह हुआ कि किसानों की मेहनत की फसल बारिश की भेंट चढ़ गई।
प्रशासन की खुली पोल
मार्किट कमेटी द्वारा किए गए इंतजामों के दावे इस बारिश ने धराशायी कर दिए। किसानों का कहना है कि हर साल ऐसा ही होता है, लेकिन प्रशासन कोई सबक नहीं लेता।
किसानों का फूटा गुस्सा
गांव जाहरी के किसान रामकुमार ने बताया, “हमने कई बार कहा कि मंडी में तिरपाल की व्यवस्था करवाई जाए लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। अब सारा गेहूं भीग गया है, इसका नुकसान हमें ही उठाना पड़ेगा।”
वहीं, जयपाल नामक एक अन्य किसान ने कहा, “जब मौसम विभाग पहले ही अलर्ट जारी कर चुका था तो प्रशासन क्यों नहीं जागा? यह सीधी-सीधी लापरवाही है।”
मांग: कार्रवाई और मुआवज़ा
किसानों ने सरकार और मार्केट कमेटी से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और नुकसान का मुआवज़ा जल्द से जल्द दिया जाए।