अहमदाबाद , 9 अप्रैल – कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह एक दिन इस देश को बेच देंगे। अहमदाबाद में आयोजित ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) सत्र में खड़गे ने देश की बढ़ती आर्थिक असमानता और सरकारी संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपे जाने के मुद्दे पर चिंता व्यक्त की।
खड़गे ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की नीतियां एकाधिकार स्थापित करने की दिशा में काम कर रही हैं, जिससे सरकारी संस्थानों और संपत्तियों का निजीकरण हो रहा है। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को एक-एक करके बेच रही है और अपने मित्रों को लाभ पहुंचा रही है। अगर यह जारी रहा, तो एक दिन मोदी सरकार और मोदी खुद इस देश को बेच देंगे।”
खड़गे ने विशेष रूप से पंडित नेहरू द्वारा स्थापित सार्वजनिक क्षेत्र के कारखानों को समाप्त करने की आलोचना करते हुए कहा, “मोदी उन कारखानों को खत्म कर रहे हैं, जिन्हें पंडित नेहरू ने खड़ा किया था। हम और आप इस देश के लिए क्या कर रहे हैं? हमें भविष्य पीढ़ियों के लिए क्या देना है?”
चुनावी संस्थाओं पर आरोप:
खड़गे ने सरकार पर चुनावी संस्थाओं में दखलंदाजी का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया पर भाजपा सरकार का दबाव बढ़ता जा रहा है, जिससे चुनावों में धोखाधड़ी की संभावना बढ़ रही है। “आज चुनावी संस्थाएं भी उनके नियंत्रण में हैं। चुनावों में घोटाले हो रहे हैं।
EVM पर सवाल उठाए:
कांग्रेस अध्यक्ष ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विकसित देशों ने EVMs को छोड़कर बैलट पेपर की ओर रुख किया है। “दुनिया के कई विकसित देशों ने EVMs को नकारा कर दिया और अब वे बैलट पेपर का उपयोग कर रहे हैं। भारत में भी यह सवाल उठना चाहिए। 140 करोड़ लोग लोकतंत्र पर विश्वास करते हैं, और जल्द ही युवाओं का एक बड़ा समूह इस बदलाव की मांग करेगा।
अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ पर चुप्पी:
खड़गे ने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर भी कटाक्ष किया। अमेरिका द्वारा भारत पर 26% टैरिफ लगाए जाने के बावजूद संसद में इस मुद्दे पर कोई चर्चा न होने पर उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लिया। “अमेरिका ने हमारे खिलाफ टैरिफ बढ़ाया, लेकिन संसद में इस पर चर्चा नहीं होने दी गई। यह दिखाता है कि सरकार एकाधिकार की ओर बढ़ रही है।
संसद में सरकार की नीतियों पर हमला:
खड़गे ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार संसद में असल मुद्दों से बचने के लिए तुच्छ और साम्प्रदायिक मुद्दों पर चर्चा करवा रही है। “संसद में मणिपुर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा को नकारा गया, जबकि साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण जैसे मुद्दों पर बहस को बढ़ावा दिया गया। खड़गे ने कहा यह सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रही है।