केंद्रीय ईस्पात चौधरी बिरेंद्र सिंह ने जींद के निमार्णाधिन बाईपास का मुआयना किया। इस बाईपास का गत वर्ष नितिन गडकरी ने जींद में ही भूमि पुजन कर शुभारंभ किया था। केंद्रीय मंत्री ने कहा, कि इस वर्ष के दिसबंर माह तक इसका निमार्ण कार्य संपन हो जाएगा व इसके निमार्ण पर 1100 करोड़ रूपए की राशी खर्च कि जाएगी ,जिसमे से 500 करोड़ कि राशि भूमि अधिग्रहण पर खर्च की गई है। उन्होने कहा,कि बाईपास के निमार्ण से एक और जहां आमजनमानस को जाम से मुक्ती मिलेगी वहीं पैट्रोल एंव डीजल की भी भारी बचत होगी। उन्होंने एक उदारहण देते हुए बताया,कि महाराष्ट्र के मुबंई में सिलिग बनने के पश्चात हुए सर्वे में एक महत्वपुर्ण तथ्य सामने आया कि इससे प्रतिदिन 18 लाख रूपए की किमत का पैट्रोल एंव डीजल की बचत हुई और अब इस बाईपास के निमार्ण से भी यह बचत होगी और देश को विदेशी मुद्रा का भी लाभ मिलेगा। उन्होने बाईपास के निर्माण में लगे ठेकेदार अपिल कि वें इसके निर्माण में स्टील का प्रयोग करे ताकि इसकी बेहतर गुणवत्ता रहे और यह लबें समय तक चले। उन्होने भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों द्वारा दिए जा रहे धरने बारे कहा कि सभी को न्यायोचित मुआवजा मिलना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने 15 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमीत शाह की मोटर साईकिल रैली के लिए जींद का चयन करने पर कहा कि जींद से राजनैतिक ताकत मिलती है इसलिए सभी राजनैतिक दल जींद में ही रैली करते है।