चंडीगढ़, 11 मार्च: हरियाणा में बिना डिग्री और लाइसेंस के चल रहे अवैध प्रसूति क्लीनिकों पर अब सरकार की कड़ी नजर है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने स्पष्ट किया है कि यदि प्रदेश में ऐसा कोई क्लीनिक संचालित पाया जाता है, तो उसकी गहन जांच करवाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह बयान हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में विधायक चौधरी मामन खान के नूंह जिले में अवैध प्रसूति क्लीनिकों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में दिया। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेशवासियों को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
“बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” मिशन के तहत सरकार गंभीर
मुख्यमंत्री सैनी ने इस मुद्दे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरियाणा की धरती से शुरू किए गए “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” अभियान से जोड़ते हुए कहा कि इस दिशा में राज्य सरकार पूरी गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि स्वास्थ्य सेवाओं में अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग करेगा सख्त मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री के बयान के बाद स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आ गया है। प्रशासन ने निर्देश दिए हैं कि सभी जिलों में स्वास्थ्य अधिकारियों को अवैध रूप से संचालित क्लीनिकों की पहचान कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा जाए।