चंडीगढ़,19 फरवरी 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने एक अहम निर्णय लिया है, जिसके तहत 2026-27 शैक्षणिक सत्र से बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी। इस फैसले का उद्देश्य छात्रों को अधिक तनावमुक्त और बेहतर परीक्षा अनुभव प्रदान करना है। इसके अलावा, CBSE एक वैश्विक पाठ्यक्रम भी शुरू करने जा रहा है, जिसका मसौदा जल्द ही जारी किया जाएगा।
साल में दो बार होगी बोर्ड परीक्षा
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 18 फरवरी को इस बदलाव का ऐलान किया। अब, CBSE बोर्ड की परीक्षा साल में दो बार होगी, जो छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इस कदम से छात्रों को परीक्षा की तैयारी में अधिक लचीलापन मिलेगा और उनका दबाव कम होगा। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह कदम छात्रों के लिए एक तनावमुक्त शैक्षिक माहौल सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
वैश्विक पाठ्यक्रम का शुभारंभ
इसके साथ ही, CBSE वैश्विक शिक्षा मानकों के अनुरूप एक नया पाठ्यक्रम भी शुरू करेगा। इस पाठ्यक्रम का मसौदा जल्द ही जारी किया जाएगा, और लोगों से इसके बारे में सुझाव भी मांगे जाएंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने इस फैसले की घोषणा करते हुए बताया कि इस पर उच्च स्तरीय बैठक की गई, जिसमें CBSE के अधिकारी और अन्य प्रतिनिधि भी शामिल थे।
छात्रों के लिए नया अवसर
नया वैश्विक पाठ्यक्रम CBSE के छात्रों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा। इसके तहत छात्र अपने शैक्षिक अनुभव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी बेहतर बना सकेंगे।
2025 की बोर्ड परीक्षा की शुरुआत
इस बीच, CBSE के 10वीं और 12वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू हो चुकी हैं, जो 4 अप्रैल तक जारी रहेंगी। इस दौरान पेपर लीक की अफवाहों को लेकर CBSE ने एक नोटिस जारी किया, जिसमें छात्रों को सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बोर्ड ने छात्रों से अपील की है कि वे ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें और कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए सीधे बोर्ड के आधिकारिक चैनल्स से संपर्क करें।
CBSE का नया निर्णय छात्रों को एक बेहतर और वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त शिक्षा का अवसर प्रदान करेगा। यह कदम न केवल शैक्षिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, बल्कि इससे छात्रों को मानसिक शांति और बेहतर परीक्षा अनुभव भी मिलेगा।