नई दिल्ली, 11 फरवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में फ्रांस के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, जहां उन्होंने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ ऐतिहासिक मुलाकात की और एलिसी पैलेस में डिनर किया। इसके बाद पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक हो रही है, जिसमें भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा होगी। इस दौरे के दौरान, भारत और फ्रांस के बीच एक अहम रक्षा डील भी हो सकती है, खासकर भारत के ‘पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट सिस्टम’ को लेकर।
पिनाका रॉकेट सिस्टम पर फ्रांस की दिलचस्पी
भारत के पिनाका रॉकेट सिस्टम को लेकर फ्रांस ने अपनी दिलचस्पी जाहिर की है, और इस पर बातचीत भी जारी है। सूत्रों के मुताबिक, यह पहली बार होगा जब भारत का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता देश, फ्रांस, भारत से ही हथियार खरीदने के लिए विचार कर रहा है। बीते तीन महीनों में फ्रांस से आए एक डेलीगेशन को पिनाका रॉकेट सिस्टम का प्रदर्शन किया गया था, जिसे उन्होंने काफी सराहा था। हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक डील नहीं हुई है।
पिनाका रॉकेट सिस्टम की विशेषताएँ
पिनाका रॉकेट सिस्टम का नाम भगवान शिव के धनुष ‘पिनाक’ पर रखा गया है और इसे भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है। यह मल्टी-बैरल रॉकेट सिस्टम बेहद शक्तिशाली है और दुश्मन के ठिकानों को कुछ ही सेकेंड्स में नष्ट करने की क्षमता रखता है।
पिनाका रॉकेट सिस्टम की खासियत यह है कि यह महज 44 सेकेंड में 12 रॉकेट लॉन्च कर सकता है, जिससे तात्कालिक असर से दुश्मन के ठिकानों को तबाह किया जा सकता है। इसके अलावा, पिनाका रॉकेट की रेंज 7 किमी से लेकर 90 किमी तक होती है।
पिनाका रॉकेट सिस्टम के तीन प्रमुख वैरिएंट्स हैं:
- MK-1: यह वैरिएंट 45 किमी तक के लक्ष्यों को निशाना बना सकता है।
- MK-2: इसका रेंज 90 किमी तक है।
- MK-3: यह वैरिएंट अभी विकासाधीन है और इसकी रेंज लगभग 120 किमी होने की उम्मीद है।
पिनाका रॉकेट की स्पीड 5757.70 किमी प्रति घंटा है, जिससे इसका प्रक्षिप्त रॉकेट एक सेकेंड में 1.61 किमी की गति से दुश्मन पर हमला कर सकता है। इसके साथ ही, यह रॉकेट 100 किलो तक के हथियार को अपने साथ ले जाने में सक्षम है।
भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी
भारत और फ्रांस के बीच रक्षा और अन्य क्षेत्रों में लंबे समय से सहयोग रहा है। फ्रांस ने भारत को राफेल लड़ाकू विमान और अन्य आधुनिक रक्षा उपकरण प्रदान किए हैं। अब, पिनाका रॉकेट सिस्टम के लिए संभावित डील दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को और मजबूत कर सकती है। इस नए विकास से भारत की रक्षा ताकत में इजाफा होगा और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को एक नई दिशा मिलेगी।