फरीदाबाद, 7 फरवरी – हरियाणा के फरीदाबाद में विश्वप्रसिद्ध सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला का 38वां संस्करण आज से शुरू हो गया है। इस भव्य मेले का उद्घाटन केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने किया।
42 देशों के कलाकार पहुंचे
इस साल मेले में मिस्र, इथियोपिया, सीरिया, अफगानिस्तान, बेलारूस और म्यांमार सहित कुल 42 देशों के 648 कलाकार अपनी कला और संस्कृति का प्रदर्शन कर रहे हैं। मेले में नेपाल और भूटान के पारंपरिक उत्पाद भी उपलब्ध हैं, जो अंतरराष्ट्रीय विविधता को दर्शाते हैं।
ओडिशा और मध्यप्रदेश स्टेट थीम
हर साल की तरह इस बार भी मेला एक खास राज्य को समर्पित है। इस वर्ष ओडिशा और मध्यप्रदेश को स्टेट थीम के रूप में चुना गया है। ओडिशा के आदिवासी कला रूप, पारंपरिक नृत्य और प्रसिद्ध पट्टचित्र पेंटिंग्स मुख्य आकर्षण हैं। वहीं, मध्यप्रदेश की गोंड कला, बाघ प्रिंट और भील जनजातीय संस्कृति मेले में लोगों को लुभा रही है।
गोवा और ओडिशा के विशेष पवेलियन
मेले में इस बार तीन विशेष पवेलियन बनाए गए हैं, जिनमें गोवा और ओडिशा के पवेलियन सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। यहां इन राज्यों की कला, संस्कृति और पारंपरिक शिल्प को दर्शाया गया है।
हस्तशिल्प और हथकरघा की बहार
देशभर से आए शिल्पकार, कलाकार, मूर्तिकार और हथकरघा बुनकर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। लकड़ी की नक्काशी, धातु शिल्प, मिट्टी और पत्थर की मूर्तियां, हाथ से बनी ज्वेलरी, कश्मीरी शॉल, बनारसी साड़ियां और भदोही के कालीन जैसे बेहतरीन उत्पाद यहां देखने और खरीदने को मिल रहे हैं।
खानपान और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम
मेले में भारतीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा। राजस्थानी दाल-बाटी-चूरमा, पंजाब के छोले-भटूरे, बिहारी लिट्टी-चोखा से लेकर दक्षिण भारतीय डोसा-इडली तक कई स्वादिष्ट व्यंजन उपलब्ध हैं। इसके अलावा, मेले में रोजाना लोकनृत्य, संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित की जा रही हैं।
23 फरवरी तक चलेगा मेला
हर साल लाखों सैलानियों को आकर्षित करने वाला यह मेला 23 फरवरी तक चलेगा। यदि आप भारतीय और अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प, संगीत, नृत्य और व्यंजनों का आनंद लेना चाहते हैं, तो सूरजकुंड मेला एक बेहतरीन मौका है।