प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) 18 जनवरी : 2025 के भव्य महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ का सिलसिला जारी है और संगम नगरी में आस्था की डुबकी लगाने के लिए लाखों लोग रोज पहुंच रहे हैं। महाकुंभ के छठे दिन, शनिवार को दोपहर 12 बजे तक 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। इसमें 10 लाख कल्पवासियों और 15 लाख अन्य श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
महाकुंभ के आयोजन ने न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी चर्चा का विषय बना लिया है। देश के कोने-कोने से साधु संत और श्रद्धालु इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। इससे पहले, 17 जनवरी की शाम को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, अब तक महाकुंभ में 7.30 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
45 करोड़ श्रद्धालुओं की उम्मीद
महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से हुई थी और यह 26 फरवरी तक जारी रहेगा। पहले दिन ही एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में स्नान करने पहुंचे थे। मकर संक्रांति के दिन अमृत स्नान के अवसर पर यह संख्या तीन करोड़ 50 लाख तक पहुंच गई थी। वहीं, मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौनी अमावस्या के स्नान के लिए प्रशासन को युद्धस्तर पर तैयारियों के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की कमी को तुरंत दूर किया जाए ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
महाकुंभ के महत्वपूर्ण स्नान तिथियाँ
- पहला अमृत स्नान: मकर संक्रांति (15 जनवरी)
- दूसरा अमृत स्नान: मौनी अमावस्या (25 जनवरी)
- तीसरा अमृत स्नान: बसंत पंचमी (13 फरवरी)
इन तिथियों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान के लिए पहुंचेंगे।