चंडीगढ़,10 जनवरी। हरियाणा सरकार ने महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल को पद से हटाने का फैसला किया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते की गई है। महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त और सचिव अमनीत पी. कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
क्या है मामला?
15 दिसंबर को हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल और उनके चालक कुलबीर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया था। एसीबी ने कुलबीर को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। यह रिश्वत किसी मामले को निपटाने के एवज में ली जा रही थी।
भ्रष्टाचार का पर्दाफाश
एसीबी की जांच में खुलासा हुआ कि रिश्वत की यह रकम सोनिया अग्रवाल के कहने पर ली जा रही थी। कुलबीर को गिरफ्तार करने के बाद एसीबी ने सोनिया अग्रवाल को भी हिरासत में ले लिया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के तहत कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है।
पद से हटाने का आदेश
इस घटना के बाद सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए सोनिया अग्रवाल को उनके पद से हटा दिया। महिला आयोग जैसे संवेदनशील पद पर भ्रष्टाचार की शिकायत सामने आने के बाद यह फैसला लिया गया।
सरकार की प्रतिक्रिया
हरियाणा सरकार ने इस मामले पर स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी “जीरो टॉलरेंस” नीति है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने मामले की विस्तृत जांच के लिए एसीबी को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है।