पंचकूला : हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के नए महानिदेशक आलोक मित्तल ने पंचकूला स्थित मुख्यालय में अपना पदभार संभाल लिया। कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने मुख्यालय का निरीक्षण किया और अधिकारियों व कर्मचारियों से बातचीत कर उनकी कार्यप्रणाली की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ब्यूरो का मुख्य उद्देश्य हरियाणा को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है और इसके लिए वे “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाएंगे।
कार्यालय का निरीक्षण और दिशा-निर्देश
निरीक्षण के दौरान आलोक मित्तल ने अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट और प्रभावी कार्यप्रणाली अपनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि टीमवर्क के जरिए ब्यूरो के उद्देश्यों को सफल बनाया जा सकता है। हर अधिकारी और कर्मचारी को अपने कार्य के प्रति स्पष्टता और समर्पण रखना होगा।
जीरो टॉलरेंस की नीति
महानिदेशक मित्तल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आम जनता को जागरूक करते हुए उन्होंने अपील की कि यदि कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत की मांग करता है, तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1064 या 1800-180-2022 पर शिकायत दर्ज कराएं।
आमजन की भूमिका महत्वपूर्ण
आलोक मित्तल ने प्रदेश के नागरिकों से भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आमजन की सहभागिता के बिना भ्रष्टाचार मुक्त समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। यह अभियान तभी सफल होगा जब नागरिकों का समर्थन और सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित होगी।
भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए प्रतिबद्धता
उन्होंने कहा कि हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो प्रदेश में ईमानदारी और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। ब्यूरो की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह न हो।
सार्वजनिक विश्वास की पुनर्स्थापना का लक्ष्य
आलोक मित्तल ने बताया कि उनका उद्देश्य न केवल भ्रष्टाचार को खत्म करना है, बल्कि सरकारी तंत्र में आम जनता के विश्वास को पुनर्स्थापित करना भी है। इसके लिए सख्त निगरानी, निष्पक्ष जांच और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।