चंडीगढ़, 23 दिसंबर: हरियाणा सरकार ने राज्य के किसानों को एक बड़ी राहत देते हुए 24 फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदने की अधिसूचना जारी की है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस ऐतिहासिक कदम की घोषणा करते हुए कहा कि इससे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सकेगा और कृषि क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।
अधिसूचना के अनुसार, 14 फसलों के अलावा अब 10 और फसलें एमएसपी के दायरे में शामिल की गई हैं। इन नई फसलों में रागी, सोयाबीन, नाइजरसीड, कुसुम, जौ, मक्का, ज्वार, जूट, खोपरा और ग्रीष्मकालीन मूंग शामिल हैं। पहले से एमएसपी पर खरीदी जाने वाली फसलों की सूची में धान, बाजरा, खरीफ मूंग, उड़द, अरहर, तिल, कपास, मूंगफली, गेहूं, सरसों, चना, मसूर, सूरजमुखी और गन्ना शामिल थीं।
केंद्र सरकार की एमएसपी नीति के अनुरूप कदम
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जारी अधिसूचना केंद्र सरकार की एमएसपी नीति के अनुरूप है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि राज्य सरकार द्वारा घोषित एमएसपी पर ही फसलों की खरीद की जाएगी। इसके अलावा, गन्ने की खरीद पहले की तरह उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) पर जारी रहेगी।
पंजीकरण की प्रक्रिया अनिवार्य
सरकार ने स्पष्ट किया है कि एमएसपी पर फसलों की खरीद केवल “मेरी फसल, मेरा ब्यौरा” पोर्टल पर पंजीकृत किसानों से की जाएगी। यह कदम न केवल किसानों को बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षा प्रदान करेगा, बल्कि उनकी आय को भी सुनिश्चित करेगा।
किसानों के लिए बड़ी राहत
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, “यह कदम किसानों की मेहनत को सम्मान देने और उनकी आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए है। हरियाणा सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि हर किसान को उनकी उपज का सही मूल्य मिले।”
कृषि अर्थव्यवस्था को मिलेगा प्रोत्साहन
विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला हरियाणा की कृषि अर्थव्यवस्था के लिए वरदान साबित होगा। एमएसपी पर फसलों की खरीद से किसानों को वित्तीय सुरक्षा मिलेगी और राज्य में कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
हरियाणा सरकार का यह कदम देशभर में एक मिसाल कायम करेगा और किसानों की आय बढ़ाने के केंद्र सरकार के दृष्टिकोण के साथ कदमताल करेगा।