चंडीगढ़, 17 दिसंबर।हरियाणा कांग्रेस ने अदानी के कथित भ्रष्टाचार, मणिपुर में जारी हिंसा और किसानों के मुद्दों को लेकर सोमवार को राजभवन तक जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान, सहप्रभारी जितेंद्र बघेल और कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज ने किया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने राजभवन तक मार्च निकालते हुए बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने मार्च को बैरिकेड्स लगाकर बीच में ही रोक दिया, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने वहीं पर अपनी आवाज बुलंद की।
अदानी और मणिपुर के मुद्दों पर सवाल
प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि अदानी समूह के भ्रष्टाचार पर हो रहे खुलासों और मणिपुर की हिंसा पर बीजेपी सरकार की चुप्पी बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा, “सरकार अदानी के खिलाफ जांच से बच रही है और संसद में भी इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने दी।”
उदयभान ने मणिपुर में हिंसा को लेकर भी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और वहां शांति बहाल करने की मांग की।
किसानों की अनदेखी पर नाराजगी
पत्रकारों से बातचीत में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि 22 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत गंभीर है। हुड्डा ने सरकार से अपील की कि वह किसानों की मांगों को तुरंत मानकर अनशन समाप्त करवाए।
हुड्डा ने कहा, “बीजेपी ने एमएसपी देने का वादा किया था, लेकिन आज तक कमेटी का कोई अता-पता नहीं है। किसानों की लागत बढ़ रही है, जबकि उनकी आय दोगुनी करने का वादा किया गया था। सरकार को अपने वादे पूरे करने चाहिए।”
लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला
हुड्डा ने दिल्ली जाने वाले किसानों को रोकने की कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताया। उन्होंने कहा, “प्रजातंत्र में हर नागरिक को शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार है। किसानों का आंदोलन अब तक पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा है, फिर भी सरकार उन्हें रोकने की कोशिश कर रही है।”
कांग्रेस नेताओं की बड़ी उपस्थिति
इस प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक जैसे धर्मपाल मलिक, बीबी बतरा, गीता भुक्कल, शकुंतला खटक, बलवान दौलतपुरिया, अकरम खान, मंजु चौधरी, और अन्य कई विधायक व कार्यकर्ता मौजूद रहे। पूर्व विधायक सुल्तान जड़ौला, लहरी सिंह और धर्म