चंडीगढ़: हरियाणा के पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा ने ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ बिल पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे ऐतिहासिक कदम करार दिया। उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव होने से देश का समय और धन बर्बाद होता है। भाजपा सरकार ने चुनाव के दौरान एक देश, एक चुनाव का वादा किया था और इसे पूरा करने के लिए प्रयास जारी हैं।
रणबीर गंगवा ने कहा, “एक साथ चुनाव होने से देश के विकास को नई रफ्तार मिलेगी। यह फैसला जनता के हित में है और इससे सरकारों का ध्यान विकास कार्यों पर केंद्रित रहेगा।”
मुख्यमंत्री नायब सैनी की रैलियों पर प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा हलकों में की जा रही रैलियों को लेकर रणबीर गंगवा ने कहा कि भाजपा सरकार ने बिना क्षेत्रवाद के समान विकास करवाया है। उन्होंने कहा, “हरियाणा के इतिहास में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनी है। 10 साल के कार्यकाल में हमने सभी क्षेत्रों में बराबरी से विकास किया है। मुख्यमंत्री हलकों की समस्याओं के समाधान के लिए रैलियों में घोषणाएं कर रहे हैं, जो जनता को राहत पहुंचाएंगी।”
गंगवा ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार चुनावी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह ‘धन्यवाद रैलियां’ सरकार की जनहित नीतियों और योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का जरिया हैं।
किसान आंदोलन पर कैबिनेट मंत्री का बयान
किसान आंदोलन को लेकर रणबीर गंगवा ने कहा कि हरियाणा में किसानों की सभी फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी जा रही हैं और किसानों को मुआवजा भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हरियाणा सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। धरने पर बैठे किसान मुख्य रूप से पंजाब से हैं और वहां की सरकार को उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए।”
रणबीर गंगवा ने दावा किया कि भाजपा सरकार किसानों के कल्याण के लिए कई योजनाएं लेकर आई है और किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
कांग्रेस पर साधा निशाना
कांग्रेस में चल रहे आंतरिक कलह पर निशाना साधते हुए रणबीर गंगवा ने कहा कि कांग्रेस अब पार्टी नहीं, बल्कि गुटों में बंट चुकी है। उन्होंने कहा, “चौधरी वीरेंद्र सिंह की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान का इस्तीफा मांगा जाना कांग्रेस की गुटबाजी को उजागर करता है। कांग्रेस में कुमारी शैलजा, भूपेंद्र हुड्डा और रणदीप सुरजेवाला जैसे नेता मौजूद हैं, लेकिन आपसी राजनीति के चलते पार्टी जनता का विश्वास खो चुकी है।”
गंगवा ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस की यही स्थिति रही, तो पार्टी का और अधिक बुरा हाल होगा।