नई दिल्ली, 11 दिसंबर(गर्ग) :
दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के गठबंधन की संभावनाओं को लेकर अटकलें तेज हो गई थीं, लेकिन अब आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने इस पर स्पष्ट रुख अपनाया है। उन्होंने बुधवार को एक ट्वीट में कहा कि उनकी पार्टी दिल्ली में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और कांग्रेस के साथ किसी भी प्रकार के गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। यह बयान उन रिपोर्टों के बाद आया है, जिनमें दावा किया गया था कि कांग्रेस और आप दिल्ली चुनावों के लिए गठबंधन करने के अंतिम चरण में हैं।
Aam aadmi party will be fighting this election on its own strength in Delhi. There is no possibility of any alliance with congress. https://t.co/NgDUgQ8RDo
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 11, 2024
“आप दिल्ली में अपने दम पर लड़ेगी चुनाव”
केजरीवाल ने अपने ट्वीट में कहा, “आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपने दम पर यह चुनाव लड़ेगी। किसी भी गठबंधन की कोई संभावना नहीं है।” उनका यह बयान तब आया जब दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने 7 दिसंबर को आप और केजरीवाल पर दिल्ली में “बिगड़ती” कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेदार ठहराया था। यादव ने आरोप लगाया था कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों, जैसे गैंगवार, गोलीबारी, हत्या, बलात्कार और छिनाझपटी, के लिए आप सरकार जिम्मेदार है।
कांग्रेस का आरोप: केजरीवाल ने सीएम आतिशी से इस्तीफा क्यों नहीं मांगा?
देवेंद्र यादव ने यह भी सवाल उठाया था कि केजरीवाल ने कभी पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से निर्भया कांड के बाद इस्तीफा मांगने की बात की थी, तो अब दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी से इस्तीफा क्यों नहीं मांगते। यादव का कहना था कि दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गई है, और महिलाएं इसकी शिकार हो रही हैं।
आप की नई उम्मीदवार सूची: मनीष सिसोदिया को बदला गया हलका
इस बीच, आम आदमी पार्टी ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपनी दूसरी उम्मीदवार सूची जारी की, जिसमें 20 उम्मीदवारों के नाम शामिल थे। इस सूची में पार्टी ने एक बड़ा कदम उठाते हुए पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को पटपड़गंज से जंगपुरा सीट पर मैदान में उतारने का फैसला किया है। सिसोदिया की पुरानी सीट पटपड़गंज से अवध ओझा को उम्मीदवार बनाया गया है।
आप ने इस सूची में 17 मौजूदा विधायकों को हटाकर नए चेहरों को मौका दिया है, लेकिन तीन जाने-पहचाने नामों को फिर से टिकट दिया है। इनमें मनीष सिसोदिया और राखी बिड़ला, दोनों मौजूदा विधायक, और दीपू चौधरी, जो पिछले चुनाव में हार गए थे, शामिल हैं।
कांग्रेस का हाल: पिछली बार नहीं जीत पाई कोई सीट
दिल्ली में कांग्रेस, जो लगातार 15 साल तक सत्ता में रही थी, पिछले दो विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन कर चुकी है। 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। वहीं, आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीतकर एक बड़ी जीत दर्ज की थी, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) को सिर्फ आठ सीटों पर संतोष करना पड़ा था।
दिल्ली चुनाव की तारीखें
दिल्ली में अगला विधानसभा चुनाव 2025 की शुरुआत में होने की संभावना है। इस बार के चुनाव में दिल्ली की राजनीति में प्रमुख मुकाबला आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के बीच होने की संभावना है, क्योंकि कांग्रेस अब तक अपनी स्थिति को मजबूत करने में असमर्थ रही है।
अरविंद केजरीवाल की इस स्पष्टता से दिल्ली चुनावों में आम आदमी पार्टी की रणनीति और अधिक स्पष्ट हो गई है। पार्टी अपने बल पर दिल्ली की सत्ता में फिर से काबिज होने की कोशिश कर रही है, जबकि कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर का अनुमान है।