चंडीगढ़, 10 दिसंबर(गर्ग): हरियाणा के महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे, हिसार में इंटीग्रेटेड एविएशन हब के विकास के लिए हरियाणा एयरपोर्ट विकास निगम (एचएवीसी) और अमेरिकी व्यापार एवं विकास एजेंसी (यूएसटीडीए) के बीच एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी की उपस्थिति रही।
वैश्विक निवेश के लिए हरियाणा पहली पसंद: मुख्यमंत्री सैनी
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस एमओयू को हरियाणा के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा, “यह समझौता हरियाणा को विमानन क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और राज्य को वैश्विक निवेशकों के लिए पहली पसंद बनाएगा। यह साझेदारी हरियाणा को दीर्घकालिक आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में मदद करेगी।”
प्रमुख लक्ष्य और सहयोग
इस एमओयू के तहत हिसार हवाई अड्डे को एक इंटीग्रेटेड एविएशन हब में विकसित करने की दिशा में कई परियोजनाओं को क्रियान्वित किया जाएगा। इनमें शामिल हैं:
ओवरहालिंग (एम.आर.ओ.) और रखरखाव सेवाओं की स्थापना।
विनिर्माण क्लस्टर और लॉजिस्टिक्स हब का निर्माण।
सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत निवेशकों को आकर्षित करना।
हवाई अड्डे की संचालन क्षमता को बढ़ाने के लिए तकनीकी सहायता।
यूएस के साथ नवाचार और सहयोग में मिसाल बनेगी यह साझेदारी
अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने इस साझेदारी को हरियाणा और अमेरिका के बीच सहयोग का नया अध्याय बताया। उन्होंने कहा, “यह एमओयू भारत और अमेरिका के मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत करेगा। हिसार हवाई अड्डा वैश्विक विमानन क्षेत्र में एक नई पहचान स्थापित करेगा।”
हरियाणा में रोजगार के नए अवसर
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि यह समझौता राज्य में रोजगार सृजन के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य हरियाणा को विनिर्माण और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाना है। यह साझेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के विजन को साकार करने की दिशा में हमारा योगदान है।”
इस एमओयू हस्ताक्षर समारोह में नागरिक उड्डयन विभाग के प्रधान सचिव श्यामल मिश्रा, यूएस दूतावास के वरिष्ठ अधिकारी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली उपस्थित रहे।