चण्डीगढ। हाल ही में हुई बलात्कार और हत्याओं की घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए डीजीपी बी. एस. संधू ने सभी क्षेत्र इकाइयों से कहा कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और इस तरह के अपराधों को रोकने और पता लगाने के लिए उपलब्ध सर्वोत्तम संसाधन डाल दें। किसी भी परिस्थिति में किसी भी स्तर पर चूक या लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।
डीजीपी बी. एस. संधु की अध्यक्षता में मंगलवार को एक वीडियो-सम्मेलन बैठक आयोजित की गई जिसमें सीएसपी / एसपी और आईजीपी रेंज के सभी क्षेत्रीय अधिकारियों और मुख्यालय के अधिकारियों ने भाग लिया। डीजीपी ने अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस मुख्यालय ऐसे गंभीर अपराधों की रोकथाम या पता लगाने में किसी भी विफलता के खिलाफ गंभीर कार्रवाई करने से नहीं रोकेंगे।
उन्होंने रेंज आईजीपी, सीएसपी और एसपी से आग्रह किया कि महिला हेल्पलाइन के कामकाज को मजबूत करने ऌर व्यक्तिगत रूप से निगरानी करें और महिलाओं के खिलाफ अपराधों से लड़ने में युवाओं और समाज के प्रतिनिधियों को शामिल करें। उन्होंने सभी एसएसपी / सीएसपी को सभी महिला कॉलेजों और स्कूलों के पास सुरक्षा और गश्त करने के निर्देश दिए। सभी जिला एसपी और डीसीपी को महिलाओं विशेष रूप से नाबालिगों के खिलाफ अपराधों के मामलों की निगरानी करने और हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
उन्होंने एसएसपी से कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और सुरक्षा कार्यक्रमों की समीक्षा करें और पुलिस मुख्यालय को इन कार्यक्रमों और अन्य सुझावों के बारे में जानकारी दी जाये , जिसे राज्य में महिलाओं की सुरक्षा और सुरक्षा का माहौल बनाने के लिए लागू किया जा सकता है।