पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। हुड्डा का कहना है कि भाजपा सरकार सिर से लेकर पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है, और अब इसका एक और बड़ा उदाहरण सामने आया है। हुड्डा ने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण में खनन माफिया ने नूंह के पास 22 अरब रुपए का पहाड़ चट कर लिया। यह वही इलाका है जहां अवैध खनन के कारण कई हादसे हो चुके हैं और कई लोगों की जान भी जा चुकी है। हुड्डा ने कहा कि इस क्षेत्र में अवैध खनन माफिया के हाथों एक डीएसपी की जान भी गई थी।
हुड्डा ने आरोप लगाया कि इसके बावजूद सरकार लगातार कुंभकर्णी नींद में सोई रही है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अवैध खनन का पूरा धंधा सरकार के संरक्षण में चल रहा है। हुड्डा ने डाडम में हुए खनन घोटाले का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले ही यह घोटाला उजागर हो चुका है, जिसमें एनजीटी से लेकर कोर्ट और भाजपा नेताओं तक ने माना है कि डाडम में हजारों करोड़ रुपए का अवैध खनन हुआ है। इस खनन के कारण पहाड़ों का अस्तित्व समाप्त हो गया और यहां हुए भूस्खलन में आधा दर्जन मजदूरों की जान गई।
खनन माफिया के बेखौफ होने का आरोप
हुड्डा ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, खनन माफिया पूरी तरह से बेखौफ हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि खनन माफिया ने यमुना नदी में भी जमकर तबाही मचाई है और इस क़दर खनन किया कि यमुना की धारा तक बदल दी गई। यमुना में अवैध खनन के चलते आसपास के इलाकों में हमेशा बाढ़ का खतरा बना रहता है और कई बार इन इलाकों ने भयंकर बाढ़ का सामना किया है।
हुड्डा ने कहा कि अवैध खनन से न केवल सरकार का राजस्व प्रभावित हुआ है, बल्कि आम लोगों के जीवन पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ा है। इसके बावजूद सरकार ने कभी भी खनन माफिया के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। हुड्डा ने सरकार से सवाल किया कि उसने हजारों करोड़ रुपए खनन माफिया की जेब में क्यों जाने दिया?
सीबीआई जांच की मांग
हुड्डा ने इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च न्यायालय के जज की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस घोटाले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की जानी चाहिए, ताकि खनन माफिया और सरकार के बीच के संबंधों का खुलासा हो सके और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार को इस घोटाले के बारे में स्पष्ट जवाब देना चाहिए और यह बताना चाहिए कि खनन माफिया के साथ मिलीभगत से हजारों करोड़ रुपए क्यों चोरी हो गए।