पानीपत: 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पानीपत के सेक्टर 13-17 स्थित दशहरा ग्राउंड में ऐतिहासिक एलआईसी की “बीमा सखी योजना” का शुभारंभ करेंगे। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी की महामंत्री डॉ. अर्चना गुप्ता ने पत्रकारों से बात की और बताया कि यह कार्यक्रम इतिहास रचेगा, जिसमें करीब एक लाख महिलाएं प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगी।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि इस योजना के तहत 10वीं पास महिलाओं को भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का एजेंट बनाया जाएगा। उन्हें बीमा से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे अपने आसपास के लोगों का बीमा कर सकें और आय अर्जित कर सकें। इसके अतिरिक्त, इन महिलाओं को हर महीने एक निश्चित वेतन भी मिलेगा, जिसमें पहले साल 7,000 रुपये, दूसरे साल 6,000 रुपये, और तीसरे साल 5,000 रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही, उन्हें प्रोत्साहन राशि के रूप में 2,100 रुपये प्रति माह भी मिलेंगे। महिलाओं को बीमा पॉलिसी बेचने पर अतिरिक्त कमीशन भी मिलेगा, जो उनकी आय को बढ़ाएगा।
डॉ. अर्चना गुप्ता ने कहा कि इस योजना के लिए पानीपत में अब तक 60 से 65 हजार महिलाओं का पंजीकरण किया जा चुका है, और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने यह भी बताया कि कार्यक्रम में 2100 महिलाएं मंगल गीत गाती हुई पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए एकत्रित होंगी।
कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए डॉ. गुप्ता ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा महिलाओं के कल्याण को प्राथमिकता दी है। 2015 में पानीपत से ही “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान की शुरुआत की थी, जिसका असर पूरे देश में हुआ। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में महिलाओं के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं, जैसे 33 प्रतिशत आरक्षण, पंचायतों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण, और सेल्फ हेल्प ग्रुप्स का गठन।
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि कांग्रेस के विरोध के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए। आज देशभर में महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में सफलता की नई ऊंचाइयां छू रही हैं, जिनमें पायलट, सेना में अधिकारी, और ड्रोन दीदी जैसे उदाहरण शामिल हैं।
बीमा सखी योजना से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और कदम
डॉ. गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच और योजनाओं के चलते महिलाएं अब अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रही हैं। “बीमा सखी योजना” से महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी और उन्हें आर्थिक सशक्तिकरण मिलेगा। इस योजना से देश भर में लाखों महिलाएं अपने परिवार की आय बढ़ाने में सक्षम होंगी और समाज में अपनी अहम भूमिका निभा सकेंगी।