समाज में पुरुषों और महिलाओं के बराबर का सम्मान पाने की जद्दोजहद कर रहे थर्ड जेंडर आज भी कई परेशानियों से घिरे हुए हैं। बात मतदान की हो तो लोकतंत्र में सभी को समान रूप से मिला है, लेकिन थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या नाममात्र ही है। सबसे हैरानी की बात है कि 50 साल से अधिक उम्र के थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या न के बराबर है। अंबाला लोकसभा की बात करें तो यहां कुल 75 थर्ड जेंडर मतदाता हैं, जिनमें से एक ही 50 से अधिक उम्र का है।
चुनाव आयोग की ओर से जारी की गई मतदाता सूची के अनुसार, अंबाला लोकसभा क्षेत्र में 19 लाख से भी अधिक मतदाता हैं, जिसमें से थर्ड जेंडर मतदाता महज 75 ही हैं। वहीं अंबाला जिले में इनकी संख्या सिर्फ 46 है। जिसमें से पहली बार मतदान करने वाले युवा थर्ड जेंडर दो हैं, जो कि अंबाला सिटी और मुलाना में हैं। इसके बाद 20 से 29 वर्ष के 25 थर्ड जेंडर, 30 से 39 साल के 11 थर्ड जेंडर, 40 से 49 साल के सात, 50 से 59 साल की उम्र के शून्य, 60 से 69 की उम्र का एक ही थर्ड जेंडर मतदाता है। वह भी अंबाला कैंट का निवासी है। इसके साथ ही 70 वर्ष से लेकर 100 वर्ष तक की उम्र को कोई भी थर्ड जेंडर मतदाता नहीं हैं।