शिक्षा विभाग की ओर से नए शिक्षा सत्र में दाखिला संख्या बढ़ाने के लिए डोर-टू-डोर अभियान चलाया जाएगा ताकि राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाई जा सके। राजकीय स्कूलों में घटती छात्र संख्या चिंता का विषय है। यही वजह है कि शिक्षकों के नए पद सृजित नहीं हो पा रहे हैं
सत्र 2023 में जिले में पहली से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की कुल संख्या 45131 थी। जिले में कुल अध्यापक 2780 हैं। वहीं, 19 मॉडल संस्कृति स्कूल सहित करीब 365 राजकीय स्कूल हैं। कोरोना काल में राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ गई थी। उस समय ऑनलाइन कक्षाएं लग रही थी। प्राइवेट स्कूलाें की फीस से बचने के लिए अभिभावकों ने राजकीय सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला करवाना उचित समझा।