दातासिंह वाला बॉर्डर पर शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सशक्तीकरण दिवस मनाया गया। दातासिंह वाला बॉर्डर पर केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छोटी सी बच्ची ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ एक कविता प्रस्तुत की। इसमें कहा गया कि किसान ही देश को खुशहाल कर सकता है, लेकिन सरकार किसान को बर्बाद करने पर तुली हुई है। मंच का संचालन भी महिला किसानों ने किया।
महिला किसान नेता प्रेम कौर ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं वह यहां से पीछे नहीं हटेंगी। इसके लिए उन्हें कोई भी कुर्बानी देनी पड़े। सरकार रास्ते रोककर संविधान के उल्लंघन कर रही है। आज लोकतंत्र पूरी तरह से खतरे में है। इसी प्रकार किसान भी खतरे में हैं। यह लड़ाई किसान और संविधान को बचाने के लिए है। सरकार गोलियों का डर दिखाकर किसानों को डरना चाहती है, लेकिन यह मेहनत करने वाली कौम है। अपनी मेहनत से इसने देश के रंग बदले हैं। देश को विकास के रास्ते पर लाया है, पीछे हटने वाली नहीं है। जब सभी देश आर्थिक रूप से कमजोर हो रहे थे तो कृषि ही एकमात्र ऐसा व्यवसाय रहा, जिसने देश को डूबने नहीं दिया, लेकिन सरकार में बैठे लोग आज किसान को मिटाने पर तुले हुए हैं। चुनाव में इसका बदला लिया जाएगा।