करनाल में वर्क परमिट पर न्यूजीलैंड भेजने के नाम पर एक महिला व एक पुरुष ने अलग-अलग आठ युवकों से 32.97 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने पीड़ित लड़कों के परिजनों से लड़कों को विदेश भेजने के लिए प्रति व्यक्ति 11 लाख रुपये देने की बात तय की थी। 32.97 लाख रुपये लेने के बाद आरोपियों ने लड़कों की टिकट नहीं भेजी। वहीं आरोपियों ने जो वीजा पीड़ितों को दिए थे वे जांच में फर्जी निकले। पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सेक्टर-45, सीएचडी सिटी निवासी गोपाल शर्मा ने सदर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह और उसका पार्टनर विक्रांत शर्मा उचाना गांव करनाल का रहने वाले है। आरोपी नवलीन कौर निवासी सीएचडी सिटी उसकी पड़ोसी है। नवलीन कौर ने उसे बताया कि उसका रिश्तेदार हरमन धालीवाली उर्फ हैरी निवासी जिरकपुर न्यूजीलैंड के वर्क वीजा का काम करता है। वह उसे 10-12 सालों से जानती है। अप्रैल 2023 को नवलीन कौर ने उसे व उसके साथी की मुलाकात हरमन से करवाई।
जहा पर दोनों ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे न्यूजीलैंड का वर्क परमिट दिलवा देंगे। जिसकी एवज में प्रत्येक व्यक्ति के वर्क वीजा लगवाने के 11 लाख रुपये लगेंगे। जिसके बाद वे उनकी बातों में आ गए। उस बातचीत के बाद हरमन उनके कार्यालय में आने-जाने लगा। उसके बाद उन्होंने अपने रिश्तेदारों व निजी जानकारों के आठ लड़कों के नाम, फोटो, पासपोर्ट व अन्य जरूरी दस्तावेज हरमन को दे दिए। मार्च 2023 में ही हरमन ने उन्हें न्यूजीलैंड के जॉब ऑफर लेटर दे दिए।
जिसके बाद वे मेडिकल के लिए आठ लड़कों को चंडीगढ़ ले गए। जहां उन्होंने मेडिकल करवाया। आरोपी ने मेडिकल के लिए 72 हजार रुपये ले लिये। इसके बाद एंबेसी फीस को लेकर एक लाख 43 हजार 200 रुपये ले लिये। इसके बाद जून 2023 में फोन कर सूचना दी कि सभी का वीजा लग गया है। उसके बाद पीड़ित ने आरोपी को कहा कि बच्चों का वीजा वेरीफाई करवाने के लिए एंबेसी की तारीख बुक करवा दो लेकिन उन्होंने कहा कि अभी उसकी कोई जरूरत नहीं है।