जिलाधीश मोहम्मद इमरान रजा ने धारा 144 लागू करते हुए जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पांच या इससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी के आदेश जारी किए हैं।
जिलाधीश ने कहा कि विभिन्न किसान संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर 13 फरवरी को दिल्ली कूच का कार्यक्रम प्रस्तावित किया है। इन किसान संगठनों की ओर से प्रदेश के किसानों से भी आह्वान किया जा रहा है। इस दौरान असामाजिक तत्व सरकारी व गैर सरकारी संपती को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में जिले में तुरंत प्रभाव से पांच या उससे अधिक व्यक्तियों के इकट्ठा होने, अस्त्र-शस्त्र, तलवार, गंडासी, लाठी, बरछा, कुल्हाड़ी, जेली, चाकू, पेट्रोल, डीजल या अन्य ज्वलनशील सामग्री ले जाने पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति या समूह पैदल या वाहन, कार, ट्रक, ट्रैक्टर-ट्रॉली, दोपहिया, बुलडोजर, हाईड्रा, अर्थ मुअर, एक्सावेटर, ब्रेकर आदि का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। यह आदेश कानून बनाए रखने के लिए सरकारी कर्मचारियों पर लागू नहीं होंगे। उक्त आदेशों की अवहेलना के लिए कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 188 के तहत दंड का भागी होगा।
जिलाधीश ने कहा कि किसानों से संबंधित जो संस्थाएं हैं उनसे बार-बार आग्रह है कि वे किसी भी ऐसी गैर कानूनी गतिविधियों में भाग न लें। इसके अलावा कोई सामाजिक संगठन किसी भी प्रकार का जलसा या जुलूस न निकाले। यदि इसके बावजूद कोई भी कानून व्यवस्था को हाथ में लेता है और आमजन की संपती को हानि पहुंचता है तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। आंदोलन को ध्यान में रखते हुए इन आदेशों का पालन करवाने के लिए एसपी, एडीसी, डीएसपी, नगराधीश, डीआरओ व तहसीलदार, जिला विकास व पंचायत अधिकारी, बीडीपीओ, ग्राम पंचायतें और स्थानीय निकाय काम करेंगे। उन्होंने खाद एवं पूर्ति नियंत्रक को निर्देश दिए कि सुनिश्चित करें कि जिले में कोई भी पेट्रोल पंप पर खुला तेल की बिक्री न करे।
दातासिंह वाला बॉर्डर पर लगाए पत्थरों के बैरिकेड्स
अर्द्धसैनिक बल की छह टुकड़ियां नरवाना पहुंच गई हैं। पुलिस ने दातासिंह वाला बॉर्डर पर बैरिकेड्स लगाने शुरू कर दिए हैं। फिलहाल कुछ रोड को कवर किया जा रहा है। यदि पंजाब की तरफ से किसान आए तो पूरे बॉर्डर को बैरिकेड्स से सील कर दिया जाएगा। धारा 144 लागू होने के कारण यहां पर पुलिस ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं। स्थानीय किसानों नेताओं से भी पुलिस की बातचीत चल रही है।