पुराने मालिक की मदद से दंपती ने सिटी के मनमोहन नगर में बने घर पर कब्जा कर लिया। असली मालिक ने जब पुलिस को शिकायत दी तो कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद शिकायत अंबाला पुलिस अधीक्षक को दी गई तो बलदेव नगर पुलिस ने मकान की पुरानी मालकिन निर्मला रानी, उसके बेटे राकेश और जीरकपुर निवासी दंपती विकास व नेहा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया।
शिकायत में सिटी के पालिका विहार निवासी तरविंदर कौर व रमनदीप सिंह गुजराल ने बताया कि वो दोनों शिक्षक हैं। उन्होंने निर्मला रानी से मनमोहन नगर में निर्मित एक घर खरीदा था। बाकायदा इसके दस्तावेज भी तैयार किए गए। इसके तहत 10 दिसंबर 2020 को सेल डीड नंबर 2353 तैयार हुई। सेल डीड के हिसाब से मकान को खरीदने के लिए पांच लाख रुपये का भुगतान निर्मला रानी को किया। इसके बाद मकान उनके सुपुर्द हो गया।
उन्होंने मनमोहन नगर के मकान को किराये पर देने के लिए कहा, जब उन्होंने इन्कार किया तो उन्होंने जान से मारने धमकी दी। कहा कि वो जबरदस्ती उस मकान पर कब्जा कर लेंगे। इस दौरान उन्होंने दुर्व्यवहार किया और गालियां भी दीं। इस संबंध में रमनदीप सिंह ने पुलिस चौकी नंबर चार में शिकायत भी दी, लेकिन बाद में दोनों मां-बेटा ने आकर माफी मांग ली तो उन्होंने मामले का छोड़ दिया।
इस दौरान निर्मला रानी ने उनके खिलाफ ही शिकायत पुलिस को दे दी तो उन्होंने भी दोबारा अपनी शिकायत पुलिस को दी, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। आठ सितंबर 2023 को जब रमनदीप सिंह मनमोहन नगर स्थित अपने मकान पर गए तो वहां के हालात देखकर दंग रह गए।
आठ सितंबर को ही रमनदीप ने मामले की शिकायत बलदेव नगर थाने में दी। मामले की जांच के लिए एक पुलिस कर्मचारी आया भी, लेकिन उसने भी कोई उचित कार्रवाई नहीं की। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक जश्नदीप सिंह रंधावा से की गई तो तुरंत उक्त चारों आरोपियों पर मामला दर्ज हो गया।