पहलवान सुखचैन सिंह चीमा की पटियाला बाईपास पर एक सड़क हादसे में मौत हो गई। सुखचैन सिंह चीमा को द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता थे।
रुस्तम ऐ हिन्द केसर सिंह के बेटे थे सुखचैन सिंह चीमा। सुखचैन के बेटे पलविंदर भी अर्जुन अवॉर्डी है और ओलिंपिक खेल चुके हैं। सुखचैन सिंह चीमा पटियाला में अपना ट्रेनिंग सेंटर चलाते थे। सुखचैन के निधन से कुश्ती जगत में शोक की लहर है। सुखचैन सिंह चीमा ने 1974 में तेहरान में हुए एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता था।