झज्जर जिले में आज से करीब 25 साल पहले हुए कत्ल के एक मामले में यह कहावत एकदम सटीक साबित हो रही है क्योंकि सीआईए टू बहादुरगढ़ ने 25 साल से कानून की आंखों में धूल झोंकते चले आ रहे दो कातिलों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया है।
पुलिस उपाधीक्षक शमशेर सिंह ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए बताया कि बहादुरगढ़ सीआईए दो के इंस्पेक्टर विवेक मलिक की टीम ने पंजाब के होशियारपुर क्षेत्र से वीरपाल पुत्र कृपाल सिंह और गुरुग्राम क्षेत्र से सुखराज पुत्र हरसाये निवासीगण विजय नगला बदायूं को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
आरोपियों से पूछताछ में पता लगा कि महेंद्र का इसलिए कत्ल किया गया था, क्योंकि वह शराब पीने का आदी था और जब वे लोग सोनीपत के हरसाना कलां गांव में मशरूम फार्म पर रहते थे तो महेंद्र अक्सर उन लोगों के साथ शराब के नशे में मारपीट करता था, जिससे वह सभी तंग आ गए थे और उन्होंने योजना बनाकर महेंद्र को बहाने से झज्जर के सिलाना गांव की बणी में ले गए और वहां पर अंगोछे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी।