कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का करीबी चुने जाने पर भारतीय पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान किया है। कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह के चुने जाने पर भारतीय पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि जिसे WFI का अध्यक्ष बनाया गया है वो बृजभूषण के लिए बेटे से भी प्यारा है।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि आने वाले पीढ़ियाँ शोषण के लिए तैयार रहें। वहीं बजरंग पूनिया ने भी कहा कि संजय सिंह को अध्यक्ष बनाने का जो फैसला हुआ है उससे लड़कियों को इंसाफ नहीं मिलेगा।
साक्षी मलिक ने रोते हुए कहा- “एक बात कहना चाहूँगी कि हमने लड़ाई लड़ी, पूरे दिल से लड़ी। लेकिन अगर अध्यक्ष बृजभूषण सिंह जैसा आदमी रहेगा या उसका सहयोगी रहेगा तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूँ और मैं आज के बाद आपको वहाँ नहीं दिखूँगी। बस सब देशवासियों को धन्यवाद जिन्होंने मेरा सपोर्ट किया और मुझे इस मुकाम तक पहुँचाया।”
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “आज जो महासंघ का अध्यक्ष बना है…हमें पता था वही बनेगा… वह बृजभूषण के लिए बेटे से भी प्यारा है… जो अब तक परदे के पीछे से होता था अब खुले आम होगा। हम अपनी लड़ाई में कामयाब नहीं हो पाए। हमने हर किसी को अपनी बात बताई। पूरे देश को पता होते हुए भी सही इंसान नहीं WFI का चीफ नहीं बना। मैं अपने आने वाली पीढ़ियों को कहना चाहती हूँ कि शोषण के लिए तैयार रहिए।”
वहीं बजरंग पूनिया ने कहा, “खेल मंत्रालय ने वादा किया था कि फेडरेशन में WFI से अलग का कोई आदमी आएगा, जिस तरह पूरे तंत्र ने काम किया उससे मुझे नहीं लगता कि बेटियों को न्याय मिलेगा, हमारे देश में कोई न्याय नहीं बचा है वह केवल कोर्ट में मिलेगा, हमने जो लड़ी लड़ी आने वाली पीढ़ी को और लड़नी पड़ेगी। सरकार ने जो वादा किया पूरा नहीं किया।”