हरियाणा में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रहण से राज्य सरकार का खजाना लबालब भर गया है। प्रदेश में पिछले साल नवंबर माह के 6729 करोड़ रुपये के जीएसटी कलेक्शन के खिलाफ इस बार साल 2023 में नवंबर माह में 9732 करोड़ रुपये की कलेक्शन हुई है। यह करीब 44 प्रतिशत बढ़ोतरी है, जोकि देश के बाकी राज्यों से बहुत अधिक है।
केंद्र सरकार के वित्त विभाग द्वारा जारी सूची के मुताबिक, जीएसटी कलेक्शन में हरियाणा का नंबर छठा है, लेकिन प्रतिशत के हिसाब से हरियाणा में सबसे अधिक जीएसटी कलेक्शन हुई है। नागालैंड में जीएसटी कलेक्शन 99 प्रतिशत और अरुणाचलत में 48 प्रतिशत है, लेकिन इन दोनों राज्यों का जीएसटी कलेक्शन बहुत कम है। नागालैंड में पिछले साल के 34 करोड़ रुपये के जीएसटी कलेक्शन के खिलाफ इस साल नवंबर माह में 67 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन हुआ है, जबकि अरुणाचल प्रदेश में 62 करोड़ के जीएसटी कलेक्शन के खिलाफ 92 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन हुआ है।
जम्मू-कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल और उत्तराखंड के बाद हरियाणा जीएसटी कलेक्शन में सबसे आगे है। हालांकि जम्मू-कश्मीर में नौ, हिमाचल प्रदेश में 19, पंजाब में 36, चंडीगढ़ में 20 और उत्तराखंड में 25 प्रतिशत का जीएसटी कलेक्शन बढ़ा है। राज्यों की सूचीवार हरियाणा भले ही छठे नंबर पर है, लेकिन बड़े राज्यों में जीएसटी संग्रहण प्रतिशत के हिसाब से हरियाणा नंबर वन पर आ गया है। राशि के हिसाब से भी हरियाणा का जीएसटी संग्रहण काफी अधिक है।
पंजाब में 1669 करोड़ की अपेक्षा इस साल नवंबर माह में 2265 करोड़ रुपये (36 प्रतिशत) की जीएसटी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि उत्तर प्रदेश में 7254 करोड़ रुपये के जीएसटी संग्रहण के खिलाफ इस साल 8973 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन हुआ है, जो कि 24 प्रतिशत है। पूरे देश का जीएसटी संग्रहण पिछले साल नवंबर माह के 1 लाख 32 हजार 440 करोड़ रुपये के विपरीत इस साल नवंबर माह में 1 लाख 67 हजार 929 करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रहण हुआ है।