अंबाला को स्वच्छ बनाने को लेकर जहां सत्ताधारी दल करोड़ों रुपये खर्च कर जी जान से जूटा है ताकि अम्बाला शहर भी साफ़ सुथरा बना रहे। वहीं नगर निगम के अधिकारियों पर घोटाले के आरोप सामने आ रहे हैं। निगम प्रशासन द्वारा करोड़ों रुपए की सफाई मशीनरी खरीदने के बावजूद भी अंबाला में जगह-जगह गंदगी और कूड़े के ढेर नजर आ रहे हैं। वही विपक्ष इसे नगर निगम अधिकारियों की सोची समझी साजिश करार दे रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि यदि प्रशासन ने डंपिंग स्टेशन बनाना ही था तो शहर के बाहर किसी गांव में जगह एक्वायर करके इसे बनाया जा सकता था, लेकिन एक सोची समझी साजिश के तहत अंबाला के ऐतिहासिक गांधी मैदान को इसका निशाना बनाया जा रहा है।
इस डंपिंग स्टेशन के बनने से जहां खिलाड़ियों, सियासी पार्टियों और यहां से गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ सकती है, क्योंकि सारे शहर का गीला व सूखा कूड़ा इस ऐतिहासिक गांधी मैदान में डाला जा रहा है, जिस से उठने वाली बदबू से आसपास के इलाके में रहने वाले लोगों का स्वास्थ्य तो खराब होगा ही, वहीँ पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंचेगा।