हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने यमुनानगर में दहेज उत्पीड़न मामले में विवाहिता द्वारा सात माह पहले केस दर्ज कराने के बावजूद कार्रवाई न होने पर कड़ा संज्ञान लिया। उन्होंने एसपी यमुनानगर को फोन लगाते हुए जांच अधिकारी को हटाकर डीएसपी से जांच कराने के निर्देश दिए।
साथ ही कार्रवाई में विलंब होने की दस दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश भी दिए। विज सोमवार को अंबाला में अपने आवास पर प्रदेश भर से आए लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे। प्रतिदिन की ही तरह उनके आवास पर फरियादियों की लंबी-लंबी कतारें लगती रही।
पुलिस के सुस्त रवैये से विदेश चला गया पति
यमुनानगर से आई विवाहिता ने अपनी शिकायत में बताया कि अप्रैल 2023 में उसके द्वारा यमुनानगर में दहेज उत्पीड़न मामले का केस दर्ज कराया गया था जबकि शिकायत इससे कई माह पहले दी थी। उसका आरोप था कि पुलिस की ढुलमुल कार्रवाई की वजह से उसका पति विदेश के लिए फरार हो चुका है। मगर पुलिस ने अप्रैल से अब तक ठोस कार्रवाई नहीं की। गृह मंत्री अनिल विज ने एसपी यमुनानगर को फोन लगाते हुए नाराजगी जताई और जांच अधिकारी को हटाकर डीएसपी से जांच कराने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार, सिरसा में गत दिनों होटल में युवक की संदिग्ध मौत के बाद परिजनों ने गृहमंत्री अनिल विज को अपनी शिकायत दी। उनका आरोप था कि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया, गृहमंत्री ने एसपी सिरसा को एसआईटी गठित कर जांच के निर्देश दिए। इसके लिए परिजनों ने गृहमंत्री का धन्यवाद जताया। गौरतलब है कि युवक की मौत के उपरांत लोगों ने शव रखकर प्रदर्शन किया था।
विज ने विदेश भेजने के नाम पर ठगी के दो अलग-अलग मामलों की जांच कबूतरबाजी मामलों के लिए गठित एसआईटी को सौंपी। अंबाला के वशिष्ठ नगर निवासी व्यक्ति ने बताया कि उसने अपने बेटी व बेटे को विदेश भेजने के लिए दिल्ली के एजेंट से बात की थी। लगभग 55 लाख रुपए उसने एजेंट को अलग-अलग तारीखों में दिए, लेकिन इसके बाद न तो उनके बच्चों को विदेश भेजा गया और न ही पैसे वापस किए गए। इसी तरह, कुरुक्षेत्र से आई युवती ने बताया कि गुरदासपुर के एजेंट ने उसे स्टडी वीजा पर ब्रिटेन भेजने का झांसा देकर 12 लाख की ठगी की है।
गृहमंत्री अनिल विज को हिसार से आए व्यक्ति ने शिकायत देते हुए बताया कि उसके भाई की खेत में हत्या की गई थी, मगर पुलिस ने सड़क हादसे का केस दर्ज किया। गृह मंत्री ने एसपी हिसार को केस की पुनः जांच के लिए एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, आए हुए अन्य लोगों की समस्याओं को भी गृह मंत्री अनिल विज ने सुना और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।