एनसीआर में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने विंटर एक्शन प्लान लागू कर दिया है। इसके तहत सड़कों की साफ-सफाई आधुनिक मशीनों से कराने, टूटी-फूटी सड़कों की मरम्मत, धूल कणों को दबाने के लिए पानी का छिड़काव करने, निर्माण स्थल पर एंटी-स्माग गन की तैनाती अनिवार्य कर दी है। इसके साथ ही खुले में कूड़ा जलाने, होटलों और ढाबों में कोयले और लकड़ी के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है।
प्रदेश में एक नवंबर से 31 जनवरी तक पटाखों के निर्माण, बेचने और खरीदने पर प्रतिबंध रहेगा। साथ ही सभी उपायुक्तों, निगम आयुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और प्रदूषण बोर्ड के स्थानीय अधिकारियों को एक्शन प्लान को सख्ती से लागू कराने का निर्देश दिया गया है।
हरियाणा में वर्तमान में 29 रियल टाइम निगरानी सिस्टम और 32 मैन्युअल निगरानी सिस्टम से प्रदूषण का स्तर मापा जा रहा है। इसके अलावा 23 और रियल टाइम निगरानी सिस्टम लगाए की योजना है। चरखी दादरी और महेंद्रगढ़ में पांच-पांच रियल टाइम निगरानी सिस्टम लगाने के लिए उपकरणों की खरीद प्रक्रिया अंतिम चरण में है।