वायु प्रदूषण गंभीर स्थिति में पहुंच रहा है। लोगों की सांसों में जहरीली हवा घुल रही है। लगातार दूसरे दिन हरियाणा के छह जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 पार कर गया है। 300 से ऊपर एक्यूआई जाने का मतलब है कि शहर की हवा बहुत खराब स्थिति में है। सोमवार को 416 एक्यूआई के साथ जींद देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। प्रदूषित हवा की वजह से आंखों में जलन और सांस संबंधी दिक्कतें बढ़ गई हैं। वहीं, विशेषज्ञ के अनुसार प्रदूषण से फिलहाल दिवाली तक राहत के आसार नहीं हैं।
केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के मुताबिक सोमवार शाम चार बजे तक 13 शहर देश में सबसे प्रदूषित दर्ज किए गए। इनमें हरियाणा के छह शहर शामिल थे। देश का सबसे प्रदूषित शहर राजस्थान का हनुमानगढ़ दर्ज किया गया। इस शहर का औसत एक्यूआई 428 दर्ज किया गया। देश के दूसरे सबसे प्रदूषित शहर जींद में सुबह करीब 11 बजे एक्यूआई 480 तक पहुंच गया, जो शाम साढ़े सात बजे तक 400 से नीचे नहीं आया।
चंडीगढ़ पीजीआई के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के पर्यावरण विशेषज्ञ प्रो. रविंद्रा खैवाल ने बताया कि तापमान घटने से वायुमंडलीय सतह नीचे आती है। इससे प्रदूषण के कण ऊपर नहीं जा पाते और वायुमंडल में ही घूमते रहते हैं। दूसरा बड़ा कारण हवा में गति नहीं है। इससे प्रदूषण के कण ठहरे हुए हैं। तीसरा बड़ा कारण शहरों का अपना प्रदूषण है, जिस पर फिलहाल किसी की नजर नहीं होती। उन्होंने कहा कि दिवाली तक राहत के आसार नहीं हैं। इस बीच बारिश की भी संभावना नहीं है। यदि हवा की गति बढ़ती है तो राहत मिल सकती है।