राजधानी दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को जी20 समिट का आयोजन होने जा रहा है. जिसमें शामिल होने के लिए कई देशों के प्रधानमंत्री, डेलीगेट्स और विदेशी मेहमान भारत आएंगे। इसको लेकर केंद्र सरकार जोर शोर से तैयारियों में जुटी हुई है। वहीं, इस दौरान भारतीय पंरपरा, संस्कृति और यहां की उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली में सभी राज्यों के प्रोडक्ट की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जिसमें हिमाचल के भी उत्पादों के भी स्टॉल लगाए जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश को देश-विदेश में उसकी प्राचीन संस्कृति, वेशभूषा और रहन सहन के लिए जाना जाता है। हिमाचल प्रदेश में लोग आज भी अपनी संस्कृति को संजोए हुए हैं। देश विदेश के सैलानी कुल्लू की प्राचीन संस्कृति और सभ्यता से रूबरू होने के लिए यहां पहुंचते हैं। यही कारण है कि दिल्ली में होने जा रहे जी20 सम्मेलन में भी कुल्लू जिला के उत्पादों की स्टॉल लगने जा रहा है। जिसमें यहां के स्वेटर, मफलर, जुराबें, कुल्लवी कैप और कुल्लवी डॉल देखने को मिलेगी।
कुल्लू जिला के नग्गर गांव में ग्रामीण महिलाओं के हाथ से बनाये गए इन उत्पादों को दिल्ली में होने जा रही सम्मेलन की प्रदर्शनी के लिए रखा जाएगा। हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम (हिमक्राफ्ट) से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में आयोजित होने वाले जी20 सम्मेलन में क्राफ्ट बाजार लगाने का अवसर मिला है। जिसमें हर राज्य को एक स्टॉल प्रदान किया गया है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश का भी स्टॉल वहां पर लगाया जाएगा।