हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। दोनों राज्यों में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों का आंकड़ा 60 से पार पहुंच चुका है। हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण मकान ढहने से घायल हुए लोगों को बचाने और मलबे में दफन शवों को निकालने का अभियान जारी है। इसी बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दोनों पहाड़ी राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में हो रही लगातार बारिश के चलते सोमवार रात को राहत और बचाव अभियान को रोक दिया गया था। शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य पुलिस और SDRF के साथ मिलकर सुबह करीब 6 बजे समर हिल में बचाव अभियान फिर से शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि भूस्खलन के कारण अभी भी मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है।
हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान बादल फटने और भूस्खलन की कुल 170 घटनाएं सामने आई है। इस दौरान 9,600 मकान आंशिक रूप से या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में बारिश में लगभग 157 प्रतिशत की वृद्धि के कारण पूरे हिमाचल प्रदेश में ज्यादा नुकसान हुआ है।