हिमाचल प्रदेश में पिछले 3 दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है। कहीं लैंडस्लाइड तो कहीं बादल फटने की घटना सामने आ रही हैं। बारिश के चलते लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है। जिले में यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है।
बता दें, कि प्रकृति के प्रकोप ने कई लोगों की जान ले ली है। राज्य में तबाही का मंजर एक बार फिर से देखने को मिल रहा है। वहीं इस प्रकृति के इस प्रकोप से हर कोई भयभीत है। कई लोगों की मौत हो गई। तो वहीं, कई लोगों अभी भी इस तबाही में अपने जान को बचाने में लगे हुए हैं। हिमाचल में अबतक 41 लोगों की मौत हो चुकी है।
राजधानी शिमला में सर्कुलर रोड पर पूरे दिन यातायात प्रभावित रहा। शिमला-चंडीगढ़ हाईवे पर परवाणू चक्की मोड़ के पास पूरे दिन बार-बार सड़क बंद होती रही। कांगड़ा-पठानकोट और चंड़ीगढ़-मनाली हाईवे पर भूस्खलन से बस सेवाएं प्रभावित हुईं। यात्री न मिलने से निगम ने कुछ रूटों पर बसें क्लब करके संचालित कीं। चक्की मोड़ के पास नेशनल हाईवे बंद होने से शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर जिले से चंडीगढ़ और दिल्ली के लिए बस सेवाएं प्रभावित रहीं।
सरकार के आदेश अनुसार इस वर्ष 15 अगस्त के उपलक्ष्य पर होने वाले सभी कार्यक्रम स्थगित किए जाएंगे । यह निर्णय मौसम को देखते हुए लिया गया है। पंचायत में केवल झंडा फहराया जाएगा। यह सूचना पंचायत प्रतिनिधियों से मिली है। संजौली लक्कड़ बाजार सड़क मार्ग पर भी भूस्खलन हुआ है। चंडीगढ़-मनाली पुराना एनएच बिनौला के पास बंद हो गया है। एनएच-305 पर कई जगहों पर भूस्खलन और पेड़ गिरे हैं।