चांद के चारों तरफ 1900 किलोमीटर प्रति सेकेंड की गति से चांद के चारों तरफ 164 x 18074 KM के अंडाकार ऑर्बिट में अपनी यात्रा पर है। ISRO ने कहा कि वह इस तरह की अगली कवायद 9 अगस्त को करेगा।
चंद्रयान-3 से चांद की कुछ तस्वीरें भी ली गई है। हर तस्वीर में बाएं तरफ गोल्डेन रंग का एक यंत्र दिख रहा है। यह चंद्रयान-3 का सोलर पैनल है. फोटो में सामने चंद्रमा की सतह और उसके गड्ढे को देखा जा सकता है. हर फोटो में यह बढ़ता ही जा रहा है।
ISRO ने कहा है कि, चंद्रयान-3 को चंद्रमा के और नजदीक पहुंचाने की अगली कवायद 9 अगस्त, 2023 को भारतीय समयानुसार दोपहर एक बजे से दोपहर दो बजे के बीच किये जाने का कार्यक्रम है। सत्रह अगस्त तक तीन और अभियान प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी, जिसके बाद लैंडिंग मॉड्यूल ‘प्रपल्शन मॉड्यूल’ से अलग हो जाएगा।
इसके बाद 18 और 20 अगस्त को डीऑर्बिटिंग होगी. यानी चांद के ऑर्बिट की दूरी को कम किया जाएगा। फिर लैंडर मॉड्यूल 100 x 35 KM के ऑर्बिट में जाएगा। इसके बाद 23 की शाम पांच बजकर 47 मिनट पर चंद्रयान की लैंडिंग कराई जाएगी।