दिल्ली-एनसीआर में शनिवार देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई। भारत के अलावा अफगानिस्तान और पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भारतीय समय अनुसार रात करीब नौ बजकर 31 मिनट के आसपास ये भूकंप आया। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदूकुश में जमीन के भीतर करीब 181 किलोमीटर नीचे था। अफगानिस्तान के हिंदूकुश पर्वत से उठे भूकंप के झटके भारत के अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को अधिक खतरनाक माना जाता है। जबकि 4.5 की तीव्रता वाले भूकंप घरों को क्षतिग्रस्त कर सकते हैं।
भूकंप की वजह जाने ने से पहले हमें पृथ्वी की आंतरिक और बाह्स संरचना समझने की आवश्यकता होती है। दरअसल, पृथ्वी अलग-अलग हिस्सों में बंटी हुई है। ये सभी हिस्से एक फॉल्ट लाइन पर मिलते हैं, जहां प्लेटें आमतौर पर एक-दूसरे से टकराती हैं। लेकिन कभी-कभी तनाव बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तब प्लेटें बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकालते हुए एक-दूसरे को तेजी से पार करती हैं। इस स्थिति में, दो प्लेटें एक-दूसरे को झटके देते हुए दो अलग-अलग दिशाओं में चली जाती हैं। पृथ्वी की आंतरिक संरचना में उथल पुथल ही भूकंप की वजह बनती है।