हरियाणा हिंसा के किसी भी कसूरवार को प्रदेश सरकार की ओर से बख्शा नहीं जाएगा। यह दावा करते हुए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि हम हर सोशल मीडिया को भी बारीकी से स्कैन कर रहे हैं। क्योंकि हिंसा में सोशल मीडिया ने अहम रोल अदा किया है। जहर उगलने वाले वीडियो तेजी से वायरल हुए हैं। ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लिया जाएगा। विज ने कहा कि हमने एक विशेष समिति बनाई है। इसमें IT सेल के सदस्य शामिल हैं। यह पूरे सोशल मीडिया को स्कैन करेगा। स्कैन के दौरान अगर यह बात सामने आती है कि किसी ने भड़काऊ पोस्ट डाली है तो कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहा गृहमंत्री अनिल विज ने ?
हरियाणा सरकार ने एक समिति का गठन किया है। जो कि राज्य में कानून-व्यवस्था और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए वीडियो, तस्वीरों और नफरत फैलाने वाले भाषणों सहित उत्तेजक सामग्री के प्रसार को रोकने के वास्ते सोशल मीडिया मंचों की निगरानी करेगी। समिति का गठन नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर किया गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) टी वी एस एन प्रसाद की ओर से जारी एक आदेश के अनुसार, विशेष सचिव गृह समिति के अध्यक्ष होंगे। एक पुलिस अधीक्षक, अपराध जांच विभाग (सीआईडी), हरियाणा; उप सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी और गृह विभाग के एसीएस कार्यालय के एक ‘इंटरसेप्शन’ सहायक इसके सदस्य होंगे।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि नूंह में हिंसा को भड़काने में सोशल मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राज्य सरकार ने 21 जुलाई के बाद की सोशल मीडिया गतिविधियों की निगरानी के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। आधिकारिक बयान में विज के हवाले से कहा गया कि सोशल मीडिया मंच जैसे कि फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सऐप एवं अन्य पर किसी भी तरह के उत्तेजक पोस्ट की बारीकी से जांच/स्कैनिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि समिति नफरत या गलत सूचना फैलाते पाए जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेगी।