इन दिनों देशभर में आई फ्लू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। मानसून के सीजन में वैसे तो हर साल कंजेक्टिवाइटिस के मामले देखने को मिलते हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों की तुलना में इस साल आई फ्लू के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं।
डॉक्टर्स लगातार कोई लोगों की सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। आंखों की सफेदी और पलकों के अंदरूनी हिस्सेकंजक्टिवा को ढकने वाली पतली और पारदर्शी परत में सूजन होने की वजह से आई फ्लू की समस्या होती है। अगर समय रहते कंजेक्टिवाइटिस का इलाज न किया जाए तो इसकी परिणाम गंभीर हो सकते हैं ऐसे में जरूरी है कि इसके लक्षणों को सही समय पर पहचान का तुरंत इलाज किया जाए ताकि इसके गंभीर परिणामों से खुद को बचाया जा सके। इसके लक्षणों के बारे में बताते हैं।
लाल या गुलाबी आंखें
कंजेक्टिवाइटिस की सबसे आम और पहचानने योग्य लक्षणों में से एक आंखों का लाल होना है। ब्लड वेसल्स के फैलाव के कारण कंजेक्टिवा में सूजन हो जाती है । जिसकी वजह से आंखों से गुलाबी या लाल दिखाई देने लगती है। ये रेडनेस दोनों आंखों को प्रभावित कर सकती है। अगर आपकी आंख लगातार लाल या गुलाबी रंग की नजर आ रही है कि आई फ्लू का लक्षण हो सकता है।
आंसू आना
अगर आपको अचानक आंखों में पानी की समस्या हो रही है तो सतर्क हो जाएं। सूजन या जलने की वजह से अक्सर आंखों से पानी आने लगता है। स्वास्थ्य आंखों के लिए जरूरी है लेकिन अगर आपको रेडनेस ओर से लगातार पानी आ रहा है तो यह कंजेक्टिवाइटिस हो सकता है।
खुजली और जलन
आंखों में खुजली और जलन भी कंजेक्टिवाइटिस के सामान्य लक्षण है। दरअसल कंजेक्टिवाइटिस सूजन की वजह से यह समस्या हो सकती है। अगर आपको लगातार हो रही है तो यह कंजेक्टिवाइटिस हो सकता है। ध्यान रखें की इस दौरान आंखों को रगड़ने से से बचे। क्योंकि इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है।