हिमाचल में मानसून अब धीमा पड़ता नजर आ रहा है। प्रदेश के अधिकांश भागों में बीते पांच दिन से बारिश की बूंद भी नहीं गिरी। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की एंट्री के बाद 24 से 27 जून के बीच नॉर्मल से 135 प्रतिशत अधिक बरसात हुई है।
वहीं 28 जून से दो जुलाई के बीच नॉर्मल से लगभग 48 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग की माने तो कल से वेस्टर्न डिस्टरबेंस फिर सक्रिय हो रहा है। इसे देखते हुए पांच और छह जुलाई को प्रदेश के निचले व मध्यम ऊंचे कुछ एक क्षेत्रों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
पिछले महीने हुई बारिश से प्रदेश में काफी नुकसान हुआ था। कई लोगों की मौत हुई थी। कुल्लू और मंडी में गाड़ियां बाढ़ में बह गई थी। वहीं सड़कें भी बंद रही थी। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे भी लैंडस्लाइड के चलते कई घंटे बंद रहा था। इसके टूरिस्टों को परेशानी झेलनी पड़ी थी।