Sunday , 24 November 2024

रेवाड़ी के बोड़िया कमालपुर संस्कृत मॉडल स्कूल को रोडवेज बस का तोहफा मिला।

कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने रोडवेज बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। विद्यालय स्टाफ विद्यार्थियों और ग्रामीणों ने खुशी जाहिर कर सरकार का आभार जताया।

हरियाणा डेस्क :- रेवाड़ी में कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने स्कूली बच्चों के लिए शुरू की गई बस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पूर्व मंत्रोच्चारण के साथ नारियल तोड़कर बस सेवा का विधिवत शुभारंभ किया गया। विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि पहली बार होगा कि शहर से बच्चे अब गाँव के सरकारी स्कूलों में पढ़ने के लिए जा रहे है। सरकारी स्कूलों के लिए पीएम श्री, मॉडल संस्कृत विद्यालय तथा प्ले वे स्कूल शुरू कर सरकार शिक्षा को बढ़ावा दे रही है। आपको बता दें कि बच्चों के लिए एक बस का संचालन पहले से किया जा रहा था। लेकिन बच्चों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक और बस की आज से शुरुआत की गई है। बस सेवा शुरू होने से विद्यार्थियों ग्रामीणों गांव की सरपंच तथा शिक्षकों ने खुशी से प्रफुल्लित होकर सरकार का आभार जताया।

रेवाड़ी जिले के गाँव बोडिया कमालपुर स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सरकारी स्कूलों की टॉप सूची में शामिल है। इसलिए स्कूल में दी जाने वाली शिक्षा और परिणामों को देखते हुये शहर के बच्चे भी इस स्कूल में एडमिशन ले रहे है। रेवाड़ी शहर से बेरली रोड़ स्थित करीबन दस किलोमीटर दूर इस स्कूल में बच्चों को आने –जाने में कोई परेशानी ना आयें इसके लिए एक हरियाणा रोडवेज की बस पहले संचालित की जा रही है। इस बार बच्चों की संख्या और बढ़ गई है। इसलिए एक और हरियाणा रोडवेज की बस का संचालन कर दिया गया है। स्कूली बच्चों ने कहा कि स्कूल के अंदर अच्छी पढ़ाई होती है। इसलिए उन्होने वहाँ दाखिला लिया है। अभी तक स्कूल जाने के लिए एक बस चलाई हुई थी। बच्चों की संख्या ज्यादा होने के कारण उन्हे आने–जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता था।

लेकिन अब दूसरी बस चालू होने से कोई परेशानी नहीं आयेगी। मुझे रोडवेज बस शुरू होने पर विद्यालय स्टाफ छात्राओं तथा ग्रामीणों आदि ने खुशी जाहिर करते हुए सरकार का आभार जताया है। रेवाड़ी बस स्टैंड से बस को हरी झंडी दिखाने पहुँचे कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि वो पहली बार देख रहे है कि शहर का बच्चा गाँव के स्कूल में पढ़ने के लिए जा रहा है। वरना अमूमन गाँव का बच्चा शिक्षा ग्रहण करने के लिए शहर की तरफ भागता है। उन्होने कहा कि अगर किसी और स्कूल में भी इस तरह से बस चलाने की आवश्यकता हुई तो वो वहाँ पर भी बस चालू कराने का प्रयास करेंगे।

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