यमुनानगर – बस स्टेंड पर एक ऐसी मासूम हवस के भेडियों के हत्थे चढी जिसे छह माह पहले जगाधरी निवासी एक व्यक्ति अपने घर ले गया था और छह माह तक अपने ही घर के अंदर बंधक बनाए रखा रोटी के नाम पर पहले तो मासूम की इज्जत से यह स्वयं खेलता रहा और अपने साथी को भी इस मामले में अपने साथ रखता जबकि इसकी पत्नी ने पीडित को रोटी के नाम पर देय व्यपार के धंधे में धकेल दिया फिल्हाल पुलिस ने मासूम का रेस्कयु कर एक महिला सहित तीन लोगो को हिरास्त में लेकर कार्रावाई शुरू कर दी है
यमुनानगर के बस स्टेंड पर छह माह पहले एक 14 साल की मासूम भटकते भटकते यहा पर पहुंच गई हालाकि यह मासूम उडिसा की रहने वाली थी लेकिन पेट की भूख उसे एक ऐसे दरिंदे के पास ले गई जिसने इस मासूम को रहने को छत दी लेकिन पेट की भूख मिटाने के लिए मासूम की इज्जत को भी तार तार कर दिया अपने साथ अपने साले को भी इसने इसी काम मेंसाथ रखा छह माह तक मासूम के चुगल में फंसी रही लेकिन हैरानी तो इस बात की बात रही कि जब मासूम बच्ची को महिला का पति व उसका भाई हवस का शिकार बनाते रहे तो वही महिला ने भी इस मासूम बच्ची केा रोटी देने की जगह इसकी इज्जत का सौदा लोगो से करती रही छह माह तक इस मासूम को घर से भी बाहर नही निकलने दिया गया जबकि महिला की पति उसका साला व आम लोग इस मासूम की उम्र को भी न देखते हुए उसकी इज्जत को तार तार करते रहे आरोप है कि मासूम जब भी रोटी मांगती तो यह लोग उसे इस धंधे में आने के लिए मजबूर करते लेकिन इस बात की भनक किसी को कानो कान नही हुई हालाकि लोगो के आना जाना इस महिला के घर पर लगा रहता पर यह लोग इसके घर क्यों आ रहे है यह तब लोगो को पता चला जब पुलिस इस महिला के घर पर आ पहुंची