इंद्री- मंत्री कर्णदेव कांबोज ने इंद्री हलके के दस गांवों का दौरा कर की विकास की समीक्षा, कहा पांच वर्षो में नही बचेगी कोई समस्या शेष
इंद्री। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री कर्णदेव कांबोज ने ग्रामीणों से पूछा कि इंद्री हलके में बीते तीन वर्षो में कोई बदलाव नजर आया है या नहीं, तो एक स्वर में ग्रामीणों ने जवाब दिया कि इंद्री शीशे की तरह चमकने लगा है। इंद्री कस्बे का पूरी तरह कायापलट हो गया है। हर तरफ चकाचक सड़के, पार्क, चौंक पर फव्वारे, सार्वजनिक शौचालय तथा चारो तरफ स्वच्छता दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि आप सभी इंद्री हलके के लिए पिछले 47 वर्ष और बीते तीन वर्ष की तुलना जरूर करके देखना, आपको विकास के मामले में जमीन-आसमान का अंतर नजर आएगा। मंत्री कांबोज ने यह बात शुक्रवार को इंद्री हलके के दस गांवों के दौरे के दौरान उपस्थित ग्रामीणों से पूछी। सभी गांवों में पहुंचने पर मंत्री जी का ग्रामीणों की ओर से फूल मालाएं डालकर जोरदार स्वागत किया।
मंत्री कर्णदेव कांबोज ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की मांग पर इंद्री हलके के सभी 144 गांवों का दौरा कर यह जानना है कि गांवों में क्या-क्या विकास कार्य हो चुके है और क्या बचे है। जो कार्य होने वाले है उनकी मांग सूचि पंचायत के माध्यम से लेकर उन्हे आगामी समय में पूरा कराना है। शुक्रवार को उन्होंने हलके के गांव छापर, खानपुर, जैनपुर, कैहरबा, सांतड़ी, बढ़ेडी, फुसगढ़, पाल कालौनी, गांधी नगर, रविदास मंदिर इंद्री पहुंचकर लोगों की समस्याएं पूछी। उन्होंने कहा कि बीते तीन वर्षाे के दौरान इंद्री हलके के हर गांव में वह कम से कम छह-सात बार जा चुके है। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि इंद्री पहला हलका है जिसमें 4 जून 2015 को मुख्यमंत्री की ओर से की गई रैली के दौरान अधिकतर घोषणाएं पूरी हो चुकी है और कुछ पर काम चल रहा है। इतना ही नही 21 जून अंतराष्ट्रीय योगा दिवस के अवसर पर इंद्री पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष 37 कच्चे रास्तों को पक्का करने की डिमांड की गई थी जिसकी सीएम कार्यालय की ओर से मंजूरी मिल चुकी है।