हरियाणा डेस्क– कुरुक्षेत्र के श्रीगीताज्ञान संस्थानम में जीओ गीता व गीतामनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए जीवन मे गीता का महत्व विषय पर आयोजित सेमिनार में पहुंचे स्वास्थ्य व गृह मंत्री अनिल विज व मेदांता से नरेश त्रेहन, गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि मेडिकल कालेज डाक्टर बनाते है, गीता इन्सान बनाती है,गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द महाराज बोले भगवद्गीता एक ग्रन्थ नही बल्कि समस्त प्राणियों की वैश्विक प्रेरणा है।
मंत्री अनिल विज ने कही ये बात
कुरुक्षेत्र के श्रीगीताज्ञान संस्थानम में जीओ गीता व गीतामनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए जीवन मे गीता का महत्व विषय पर आयोजित सेमिनार में पहुंचे प्रदेश के स्वास्थ्य व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि मेडिकल कालेज डाक्टर बनाते है, भगवद्गीता हमे नेक इन्सान बनाती है,सेमिनार को गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, मेदांता गुरुग्राम से डॉक्टर नरेश त्रेहन, डॉक्टर मारकंडे आहूजा,मेदांता से आए डॉक्टर अरविंद कुमार, , मेदांता से आए डाक्टर राजेश पुरी, डॉक्टर सुशीला कटारिया हरियाणा आईएमए की प्रधान डा. पुनिता हसीजा ने भी संबोधित किया और गीता के बारे में तथा अपने-अपने क्षेत्र से सम्बन्धित जानकारी भी सभी के साथ सांझा की
Read More Stories:
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि मेडिकल कालेज डाक्टर बनाते है, भगवद्गीता हमे इन्सान बनाती है, उन्होंने डॉक्टरों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि विदेशों में भारत के डॉक्टरों की मांग बढ़ी है और हर कोई चाहता है कि उसका ईलाज भारतीय डॉक्टर करे। उन्होंने कहा कि विज्ञान सभी पद्धतियों का एकीकरण होना चाहिए व एलोपैथिक डॉक्टर को आयुर्वेदिक पद्वति आयुर्वेदिक डॉक्टर को एलोपैथिक पद्धति सीखनी चाहिए।
गीता की इस पावन धरती पर आना उनका बड़ा सौभाग्य
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द महाराज बोले भगवद्गीता एक ग्रन्थ नही बल्कि समस्त प्राणियों की वैश्विक प्रेरणा है। आज के दौर में नई पीढ़ी संस्कारों से दूर होती जा रही है। गीता के ज्ञान से नव पीढ़ी में संस्कार आएंगे और एक सभ्य समाज की स्थापना होगी भारत युगों-युगों से संस्कृति और सभ्यता में विश्व गुरु के रूप में पहचान रखता है। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के सीएमडी डॉक्टर नरेश त्रेहन ने कहा कि, गीता की इस पावन धरती पर आना उनका बड़ा सौभाग्य है। उन्होंने कहा कि गीता की धरती का दर्शन मात्र ही मानव कल्याण की राह खोलता है।