नेशनल डेस्क: पाकिस्तान मे पेशावर के कोचा रिसालदार इलाके में एक में शुक्रवार को एक शिया मस्जिद में आत्मघाती बम विस्फोट हुआ है। इसमें 30 लोगों की मौत हो गई है और 80 लोग घायल बताए जा रहे हैं। आंकड़े और भी बढ़ सकते हैं। इस धमाके ने पाकिस्तान के लोगों को यह एक बार फिर एहसास दिलाया है कि उनकी सरजमीं किस कदर असुक्षित बनती जा रही है। जहां लोग दुआएं मांगने जाते हैं, वहां खून बह रहा है। जहां लोग अल्लाह से सुख-शांति चाहते हैं, वह बम से दहल रहा है।
1400 के करीब लोगों ने मस्जिदों में हमलों के दौरान अपनी जान गंवाई
आंकड़ों की मानें तो, 1400 के करीब लोगों ने मस्जिदों में हमलों के दौरान अपनी जान गंवाई है। यह आंकड़ा और भी बड़ा हो सकता है। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2009 और 2010 में सबसे अधिक मौतें हुई हैं। लगभग दो दशकों के दौरान मस्जिदों में हुई घटनाओं में करीब 3000 लोग घायल हुए हैं।