पंजाब डेस्क: पंजाब में विधामसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है। ऐसे में सियासी गलियारा भी गरमा गया है। तो वहीं पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के सीएम पद के चेहरे को लेकर माहौल कुछ तल्ख होता दिख रहा है। जहां कांग्रेस हाईकमान ने कार्यकर्ताओं पर सीएम पद के चुनाव की जिम्मेदारी छोड़ दी है तो वहीं राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी से चेहरे की घोषणा करने की मांग पर अड़े हुए हैं।
चुनाव की घोषणा होने के बाद पहली बार कांग्रेस के अभियान की शुरुआत करने पंजाब पहुंचे राहुल गांधी की जालंधर में वर्चुअल रैली में नवजोत सिंह सिद्धू ने उनको अपने तेवर दिखाते हुए इशारों में कहा कि वह सिर्फ दिखने के लिए पार्टी में नहीं हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू ने मंच से ये कहा
नवजोत सिंह सिद्धू ने मंच से कहा कि, पंजाब के लोग पूछते है कि चेहरा किसको दोगे? आपने ये जनता को बताया कि इससे बाहर कौन निकालेगा? ये अपने बता दिया वो कोई भी हो, हम हाईकमान की बात मानेंगे, लेकिन आपने बता दिया तो 70 सीटों के साथ हम सरकार बनाएंगे. MP-MLA कानून बनाने के लिए हैं, नेताओं के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि वचन है राहुल जी को, आपका फैसला पूरी कांग्रेस पार्टी मानेगी। इस दौरान सिद्धू ने तीन सवाल किए हैं- पहला सवाल – कर्जे के दलदल से कौन निकालेगा। दूसरा सवाल – इस कर्जे से कैसे निकालेगा? तीसरा सवाल – पंजाब के लोग पूछते है कि चेहरा किसको दोगे?
राहुल गांधी ने इस तरह से दिया जवाब
इसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गाड़ी में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी नवजोत सिंह सिद्धू ने मुझे कहा कि कौन पंजाब में लीड करेगा। ये बड़ा सवाल है दोनों ने मुझे कहा कि दो लोग लीड नहीं कर सकते तो जो भी लीड करेगा, दूसरा व्यक्ति कसम खाकर मदद में अपनी पूरी शक्ति लगा देगा। मैंने सोचा कि दोनों के दिलों में कांग्रेस पार्टी की सोच है। राहुल गांधी ने कहा कि आमतौर पर मुख्यमंत्री का चेहरा कांग्रेस तय नहीं करती है, ये कांग्रेस के कार्यकर्ता तय करते हैं अगर पंजाब की जनता चाहती है तो हम मुख्यमंत्री का चेहरा देंगे, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं से रायशुमारी करके करेंगे।