हरियाणा डेस्क: हरियाणा का लाल जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में ग्लेशियर में दबने से शहीद हो गया। शहीद सचिन डगर का पार्थिव शरीर मंगलवार दोपहर बाद उनके पैतृक गांव अलीपुर लाया गया। कुछ देर घर पर रखने के बाद शहीद की अंतिम यात्रा निकली और गांव के पास स्थित मोक्ष स्थल पर सैन्य व राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
अंतिम यात्रा में आस पास गांव के काफी संख्या में लोग पहुंचे। लोगों ने भारत माता का जयघोष किया। कई युवा अंतिम यात्रा में तिरंगा लेकर शामिल हुए. वहीं गुरुग्राम से पहुंची सेना की टुकड़ी ने शहीद को सलामी दी।
सचिन डागर साल 2015 में सेना में भर्ती हुए थे
बता दें, सचिन डागर साल 2015 में सेना में भर्ती हुए थे जो फिलहाल जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात थे। शहीद सचिन डागर के बड़े भाई नितिन डागर भी सेना में ही कार्यरत है। वहीं उनके पिता हवा से गांव में खेतीबाड़ी करते हैं। सचिन की मां वीणा गृहणी हैं। सचिन डागर दिसंबर महीने में ही अपनी बहन की शादी में घर पर आया थे जो 3 जनवरी को ही वापस अपनी ड्यूटी पर गया। शहादत के एक दिन पहले अपनी मां से वीडियो कॉल करके काफी समय बात की थी।