इंटरनेशनल डेस्क- ऑस्ट्रेलिया ने टेनिस सुपरस्टार नोवाक जोकोविच को उनका विजा रद्द कर वापस भेज दिया है। ऑस्ट्रेलिया के इमिग्रेशन मंत्री ने विशेष शक्तियों के तहत उनका वीजा रद्द कर दिया जिसके बाद उन्हें देश छोड़ना पड़ा। करीब दस दिन तक चली कानूनी मशक्कत के बाद दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने आखिरकार ऑस्ट्रेलिया को विदा कह दिया। सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने कोविड वैक्सीन नहीं लगवाई है और ऑस्ट्रेलिया में बिना पूरी खुराक लिए आने की इजाजत नहीं है। नोवाक जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस प्रतियोगिता में खेलने के लिए विशेष इजाजत के तहत वीजा हासिल किया था। यह विशेष इजाजत उन्हें इस आधार पर मिली थी कि, उन्होंने टीका इसलिए नहीं लगवाया क्योंकि दिसंबर में उन्हें कोविड हो गया था।
एलिजे कॉरनेट ने जताई सहानुभूति
देश के राष्ट्रपति ने कहा कि, ऑस्ट्रेलिया ने अपने आपको ही शर्मिंदा किया है। उन्होंने लोगों से भारी संख्या में पहुंचकर जोकोविच का स्वागत करने का आग्रह किया। वैक्सीन का विरोध करने वाले लोग नोवाक जोकोविच को अपना हीरो बताते रहे हैं। बता दें, नीदरलैंड्स में हुई एक रैली में उनके पोस्टर लिए लोग नजर आए। फ्रांसीसी टेनिस खिलाड़ी एलिजे कॉरनेट ने हालांकि जोकोविच से सहानुभूति जताई। उन्होंने ट्विटर पर कहा, “मुझे पूरे मामले की इतनी जानकारी नहीं है कि कोई फैसला सुना सकूं। मैं इतना जानती हूं कि नोवाक खिलाड़ियों के लिए सबसे पहले खड़े होते हैं लेकिन हममें से किसी ने उनका साथ नहीं दिया।” बाकी प्रतियोगिताओं पर नजर लेकिन ग्रैंड स्लैम जीतने का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के कगार पर खड़े जोकोविच की आलोचना करने वालों की संख्या भी काफी बड़ी है।
आड्रियानो पनाटा ने कहा
इटली के सबसे महान टेनिस खिलाड़ियों में से एक आड्रियानो पनाटा ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया से उन्हें निकाला जाना “इस पूरे मामले का सबसे प्राकृतिक पटाक्षेप था।” पनाटा ने बताया, “मुझे समझ में नहीं आता कि ऑस्ट्रेलिया ने वीजा दिया ही कैसे? उसने बड़ी गलतियां की थीं। उसने ऐसा अंतरराष्ट्रीय मामला खड़ा कर दिया जिसकी जरूरत नहीं थी।” ब्रिटिश खिलाड़ी एंडी मर्रे ने उम्मीद जताई कि, अगले टूर्नामेंट में ऐसी स्थिति दोहराई नहीं जाएगी। अब मई-जून में फ्रेंच ओपन होना है, जहां मौजूदा नियमों के मुताबिक, नोवाक जोकोविच हिस्सा ले सकते हैं।
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वहीं, फ्रांस की खेल मंत्री रोक्साना मारासिनॉनू ने इस बात की पुष्टि की है। यही बात विंबलडन के लिए भी सही है क्योंकि इंग्लैंड में खिलाड़ियों को कई नियमों के तहत वैक्सीन से छूट दी है। अमेरिकी ओपन कराने वाली यूएस टेनिस एसोसिएशन ने कहा है कि वह केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए नियमों का ही पालन करेगी।